प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित अवैध सट्टेबाजी साइट के संचालन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की 11.14 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की है। पीटीआई ने यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों के हवाले से गुरुवार (6 नवंबर) को दी।
ईडी सूत्रों ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट 1xBet के खिलाफ मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत धवन की 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को अटैच करने का अनंतिम आदेश जारी किया गया है।
रैना और धवन ने जानबूझकर करार किए
ईडी की जांच में पाया गया है कि रैना और धवन ने जानबूझकर 1xBet के प्रचार के लिए विदेशी संस्थाओं के साथ विज्ञापन करार किए। ईडी ने इस जांच के तहत इन दोनों के अलावा दो अन्य पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा के साथ अभिनेता सोनू सूद, उर्वशी रौतेला, मिमी चक्रवर्ती (तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद) और अंकुश हाजरा (बंगाली अभिनेता) से भी पूछताछ की है। कुराकाओ में पंजीकृत, 1xBet को पोर्टल के अनुसार सट्टेबाजी उद्योग में 18 वर्षों के अनुभव है।
कई राज्यों में केस दर्ज
धनराशि कथित तौर पर कई विदेशी बिचौलियों के जरिए भारतीय खातों में भेजी गई, ताकि यह वैध विज्ञापन आय प्रतीत हों। यह जांच 1xBet के संचालकों के खिलाफ विभिन्न राज्य पुलिस एजेंसियों द्वारा दर्ज की गई कई एफआईआर पर आधारित है। जांच से पता चला कि कंपनी हजारों अवैध खातों और असत्यापित भुगतान गेटवे के जरिए भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन सट्टेबाजी की सुविधा प्रदान कर रही थी।
6,000 से ज्यादा फर्जी खातों का इस्तेमाल
एजेंसी के अनुसार, भारतीय यूजर्स से जमा राशि एकत्र करने के लिए 6,000 से ज्यादा फर्जी खातों का इस्तेमाल किया गया। फिर इस धन से कई स्तरों के लेन-देन हुआ। ताकि यह वैध प्रतीत हो। ईडी ने कहा कि धन की आवाजाही के पैटर्न और फर्जी व्यापारी प्रोफाइल से 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग का संकेत मिलता है। हाल ही में चार भुगतान गेटवे पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि और 60 बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। तलाशी में अवैध लेनदेन से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी मिले।
