पश्चिमी दिल्ली के रणहौला इलाके में क्रिकेट खेलते समय 13 वर्षीय लड़के की बिजली से मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार 20 अगस्त 2024 को एक गौशाला के मालिक को गिरफ्तार किया। घटना शनिवार 10 अगस्त की है। उस दिन पुलिस को दोपहर करीब 1:30 बजे कंट्रोल रूम से कॉल आया, जिसमें बताया गया कि पीड़ित आदित्य महतो गेंद लाने के लिए मैदान से सटे लोहे के खंभे से लटके एक तार के संपर्क में आने से करंट की चपेट में आ गया।
लड़के को तुरंत दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। जांच में पाया गया कि तार उस मैदान से सटे गौशाला से जुड़ा था, जहां लड़का खेल रहा था। पुलिस अधिकारी ने बताया था, ‘मैदान के एक कोने में एक बिजली का खंभा लगा हुआ है और जब लड़का गेंद लेने गया, तो उसने सहारे की तलाश में खंभे को छू लिया। खंभे में करंट आ रहा था। करंट लगने से किशोर की मौत हो गई।’
मैदान के खंभे से गौशाला में होती थी बिजली सप्लाई
मंगलवार 20 अगस्त 2024 को एक पुलिस अधिकारी ने कहा, मौत के बाद, हमने मैदान पर चल रही क्रिकेट अकादमी के मालिक और गौशाला के मालिक से संपत्ति के दस्तावेज मांगे। पता चला कि तार गौशाला से जुड़ा था और खंभे से बिजली आ रही थी। मालिक ऋषि पाल से पूछताछ की गई और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
क्रिकेट अकादमी के मालिक से भी हुई पूछताछ
पुलिस अफसर ने बताया कि क्रिकेट अकादमी के मालिक से भी पूछताछ की गई, लेकिन मामले में उसकी संलिप्तता साबित नहीं हुई अधिकारी ने कहा, “हमने बिजली विभाग को भी लिखा है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106-1 (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया।
पिता का सवाल- जहां बच्चे खेलते हैं वहां बिजली का खंभा क्यों?
परिजन ने बताया था कि किशोर अक्सर अपने घर के पास बने पार्क में खेलने जाता था। पार्क में क्रिकेट का मैदान भी है। स्थानीय लोगों के अनुसार शाम और सप्ताहांत में लगभग 100 से 150 बच्चे मैदान में खेलने आते हैं। लड़के के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और मां गृहिणी हैं। पिता ने सवालिया लहजे में कहा था, ‘जिस मैदान में इतने सारे बच्चे खेलते हैं, वहां बिजली का खंभा क्यों लगाया गया?’