आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) के हैदराबाद में 01 नवंबर 1974 को विजयवाड़ा के डॉक्टर शांताराम और उनकी पत्नी डॉ. सत्यभामा के घर में एक बेटे को जन्म हुआ। पति-पत्नी ने बेटे को वांगीपुरापु वेंकट साई लक्ष्मण नाम दिया। यह लड़का आगे चलकर वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण यानी वीवीएस लक्ष्मण के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
वीवीएस लक्ष्मण 2000 के दशक में भारतीय बल्लेबाजी क्रम के फैब फाइव का हिस्सा थे। खास यह है कि जब उनका चयन भारतीय टीम के लिए हुआ तब वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। वीवीएस लक्ष्मण पढ़ाई में बहुत प्रतिभाशाली थे।
98 फीसदी अंकों के साथ पास की थी आंध्र प्रदेश बोर्ड की परीक्षा
उन्होंने विज्ञान स्ट्रीम में 98 प्रतिशत अंकों के साथ आंध्र प्रदेश बोर्ड की परीक्षा उतीर्ण की थी। वीवीएस लक्ष्मण रिश्ते में भारत के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के परनाती भी लगते हैं। मैसूर लिटरेरी फोरम चैरिटेबल ट्रस्ट और मैसूर बुक क्लब-2015 द्वारा आयोजित मैसूर लिटरेचर फेस्टिवल के 7वें संस्करण में एक प्रश्न के जवाब में वीवीएस लक्ष्मण ने इस रिश्ते की पुष्टि भी की थी।
वीवीएस लक्ष्मण वर्तमान में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख हैं। वह भारत की अंडर-19 और भारत की ए टीमों के मुख्य कोच हैं। वीवीएस लक्ष्मण उस भारतीय टीम के सदस्य थे जो 2002 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की संयुक्त विजेता थी। तब भारत ने श्रीलंका के साथ चैंपियंस ट्रॉफी साक्षा की थी।
भारत के तीसरे सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले क्रिकेटर
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए अब तक सिर्फ 14 खिलाड़ियों ने 100 या उससे ज्यादा मैच खेले हैं। इस लिस्ट में वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल हैं। वीवीएस लक्ष्मण भारत की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने के मामले में सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद तीसरे नंबर पर हैं। हालांकि, कभी वनडे वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाये।
वीवीएस लक्ष्मण ने 134 टेस्ट मैच में 45.97 के औसत से 8781 रन बनाए। इसमें उनके 17 शतक भी शामिल हैं। अपने शानदार स्ट्रोक प्ले के लिए जाने जाने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज लक्ष्मण का टेस्ट क्रिकेट में उच्चतम स्कोर 281 रन है। साल 2002 में विजडन ने उन्हें क्रिकेटर ऑफ ईयर नामित किया था।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की लेते थे जमकर खबर
वीवीएल लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में विशेष रूप से शानदार प्रदर्शन किया। उनके 17 टेस्ट शतकों में से 6 और उनके 6 एकदिवसीय शतकों में से 4 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आए। उन्होंने टेस्ट मैच में दो दोहरे शतक लगाए।
खास यह है कि उनके दोनों ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (कोलकाता में 2000-01 में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 281 रन और 2008-09 में फिरोज शाह कोटला में नाबाद 200 रन) लगाए। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने स्वीकारा था कि उन्हें नहीं पता था कि वे कहां गेंदबाजी करें।
