अगर COVID-19 महामारी का प्रकोप आने वाले सीजन में भी कम नहीं हुआ तो इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड को 300 मिलियन पाउंड (करीब 2849 करोड़ रुपए) से ज्यादा का नुकसान हो सकता है। ईसीबी के प्रमुख टॉम हैरिसन ने यह जानकारी दी है। हैरिसन ईसीबी के उन कर्मचारियों में शामिल हैं, जो इस संकट से पार पाने के लिये अपने वेतन में कटौती कर रहे हैं। बोर्ड महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों से पार पाने के लिए वेतन में कटौती की योजना बना रहा है।

ईसीबी ने अपने कर्मचारियों के वेतन में भी कटौती करने की घोषणा की है। बोर्ड का मानना है कि इससे निचले तबके के कर्मचारियों को मदद मिलेगी और लंबे समय तक उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी। यह घोषणा स्टाफ की सहमति से की गई है। अब आने वाले दो महीनों में उनके वेतन में कटौती की जाएगी, जोकि एक अप्रैल से लागू होगी।

ईसीबी ने कहा कि कर्मचारियों के वेतन में कटौती उनके ग्रेड के अनुसार की जाएगी। इसमें 10 से लेकर 25 प्रतिशत तक की कटौती हो सकती है। कार्यकारी प्रबंध टीम और बोर्ड के कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत, जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। ईसीबी ने सोमवार को ही 6.1 करोड़ पाउंड की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।

हैरिसन ने लिखा, ‘खेलों के लिए अभी यह महामारी सबसे बड़ी चुनौती है। हालांकि क्रिकेट पर इसके पूरे प्रभाव का अभी पता नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह बेहद महत्वपूर्ण होगा।’ ईसीबी की जमा पूंजी 2016-16 में सात करोड़ 30 लाख पाउंड थी, जो 2018-19 में घटकर एक करोड़ दस लाख पाउंड रह गई थी। ऐसे में अगर इस सीजन में क्रिकेट नहीं खेला जाता है, तो ईसीबी के वित्तीय कोष पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

हैरिसन ने कहा, ‘हम केवल खेल पर कुल वित्तीय प्रभाव का अनुमान लगा सकते हैं। अनुमानों के अनुसार पूरा क्रिकेट सत्र गंवाने पर इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट को 30 करोड़ पाउंड ((करीब 2849 करोड़ रुपए) से भी अधिक का नुकसान होगा।’ इंग्लैंड ने कोविड-19 महामारी के कारण 28 मई तक सभी तरह की पेशेवर क्रिकेट स्थगित कर रखी है। इस बीमारी के कारण विश्व भर में अब तक 40,000 लोगों की मौत हुई है। इस साल काउंटी सत्र को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। पहले काउंटी सत्र 12 अप्रैल से शुरू होना था।