भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी 42 साल के हो चुके हैं, लेकिन उन्हें लेकर जिस तरह का क्रेज अब भी मैदान पर देखा जाता है वो अपने आप में बेमिसाल है। इसमें कोई शक नहीं है कि धोनी एक इमोशन हैं और आज भी सीएसके के मुकाबले में क्रिकेट फैंस की नजर सबसे ज्यादा उन्हीं पर रहती है। सब चाहते हैं को धोनी ज्यादा से ज्यादा खेलें और मैदान पर वो करें जिस तरह की उम्मीद उनसे की जाती है। धोनी इस उम्र में भी विरोधी गेंदबाज के खिलाफ रन बनाने की काबिलियत रखते हैं, लेकिन वो जिस तरह से खुद को सिर्फ 5-10 गेंदों के लिए खुद को उपलब्ध करवाते हैं ये बात कुछ हजम होती तो नहींं है।

पंजाब के खिलाफ 9वें नंबर पर उतरे माही

आईपीएल 2024 के 53वें मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ धोनी ने जो किया उससे क्रिकेट फैंस बेहद हैरान थे। सीएसके के विकेट गिर रहे थे और सब इंतजार कर रहे थे कि धोनी आएंगे, लेकिन माही थे कि उतरने का नाम ही नहीं ले रहे थे। आम तौर पर अभी आईपीएल में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले धोनी इस मैच में 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। उस वक्त खेल के लिए सिर्फ 9 गेंदें शेष बची थी, लेकिन वो क्रीज पर आते ही पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए और गोल्डन डक पर आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद क्रिकेट फैेंस के बीच मायूसी सी छा गई। अगर धोनी कुछ देर बल्लेबाजी कर लेते तो सीएसके के पास एक बड़ा स्कोर होता।

ऊपर बल्लेबाजी करने से टीम को होगा फायदा

पंजाब के खिलाफ ही नहीं कुछ अन्य मुकाबलों में भी धोनी के पास मौका था कि वो ऊपर क्रम पर बल्लेबाजी करने आ सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। हां, ये सच है कि धोनी के घुटने में कुछ परेशानी है, लेकिन वो इस परेशानी के साथ जब पूरी पारी में विकेटकीपिंग कर सकते हैं तो अगर वो 4-5 ओवर बल्लेबाजी कर लेते हैं तो उससे कुछ नुकसान तो नहीं होगा बल्कि सीएसके को इससे फायदा ही होगा। पंजाब के खिलाफ जब धोनी 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए तो इरफान पठान ने साफ तौर पर कहा कि इस नंबर पर आकर उनसे टीम को कोई फायदा नहीं होगा तो वहीं हरभजन ने साफ तौर पर कह दिया कि अगर धोनी इस नंबर पर आते हैं तो उन्हें क्रिकेट नहीं खेलनी चाहिए। पंजाब के खिलाफ ये सीएसके के अहम मैच था और पता नहीं धोनी ने ऐसी गलती क्यों की।

क्या आईपीएल को अलविदा कहेंगे माही

एमएस धोनी अब 42 साल के हो चुके हैं और आईपीएल 2024 से पहले उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी भी छोड़ दी थी और उनकी जगह टीम का कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को बनाया गया था। धोनी अब टीम में बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज खेल रहे हैं और बल्लेबाजी करने भी वो सिर्फ गेंदों के लिए ही आते हैं। पंजाब के खिलाफ उन्होंने जिस रणनीति के तहत खुद को पीछे धकेला और अन्य बल्लेबाजों को भेजा वो कहीं से भी सही नहीं था। आठवें नंबर पर उन्होंने शार्दुल ठाकुर को भेज दिया, लेकिन इस नंबर पर ही सही धोनी जो कमाल कर सकते हैं आप उस तरह की उम्मीद शार्दुल से नहीं कर सकते हैं। वैसे धोनी ने पहले खुद को कप्तानी से अलग किया, उसके बाद वो बल्लेबाजी में भी कुछ इस तरह से फैसले कर रहे हैं जो सही नहीं लगता है तो फिर उन्हें अब सम्मान के साथ आईपीएल से भी विदा ले लेने की जरूरत है।