न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा ने 3 टेस्ट मैच में क्रमशः 2, 52, 0, 8, 18 और 11 रन बनाए। रोहित शर्मा ने अपनी 6 पारियों में 91 रन बनाए, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से पहले भारतीय थिंक टैंक के माथे पर शिकन पैदा करेगा।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज पर कहा, ‘रोहित शर्मा जो एक चीज नहीं कर रहे हैं, वह है अपनी तकनीक पर भरोसा करना। खास यह है कि यह उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी भूमिका निभाने के दौरान इसे बहुत अच्छी तरह से किया था।’

अटैक एक विकल्प, लेकिन खुद की तकनीक पर भरोसा जरूरी

दिनेश कार्तिक ने कहा, ‘हां, अटैक एक विकल्प है, लेकिन यह तभी बेहतर होगा जब आप अपनी तकनीक पर भरोसा करेंगे। यदि आपको इस बात का डर है कि आप डिफेंस करते हुए या सॉफ्ट शॉट खेलते हुए आउट हो सकते हैं, तो वैसे में अटैक करने की कोशिश करना जोखिम से भरा है, क्योंकि अगर यह सफल नहीं होता है, तो यह मूर्खतापूर्ण लगता है।’

दिनेश कार्तिक ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में, मुझे ऐसा लगता है कि उसका (रोहित का) इरादा, उसे एक सेफ स्पेस में ढकेल रहा है, जब उन्हें लगता है कि वह मुश्किल में हैं, तब वह उसका इस्तेमाल करते हैं। यह वह तरीका नहीं है जिसका वह इस्तेमाल वह सफेद गेंद वाले क्रिकेट में करते हैं, जिसकी अभी भारतीय टीम को जरूरत है।’

दिनेश कार्तिक ने कहा, ‘रोहित शर्मा के मामले में मुझे लगता है कि उनका सेफ स्पेस इस समय अटैक करना है। उन्हें लगता है कि ऐसा करते हुए वह ज्यादा सहज महसूस करते हैं क्योंकि उन्होंने इसमें सफलता देखी है। लेकिन जब यह सही नहीं होता, तो वह वही छवि पेश करता है जो अब तक सामने आई है।’

भारत का घरेलू मैदान पर सबसे खराब प्रदर्शन

रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार के बाद अपनी गलती का स्वीकार की थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया का टेस्ट में पिछले 99 साल का सबसे खराब प्रदर्शन था। साल 1933 में टेस्ट खेलना शुरू करने के बाद भारतीय टीम को पहली बार घरेलू मैदान पर तीन से अधिक मैच की सीरीज में व्हाइटवॉश होना पड़।

रोहित शर्मा ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन के दौरान कहा था, ‘बतौर कप्तान मैं टीम की अगुआई और बल्लेबाजी करने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। ऐसा मैं व्यक्तिगत दृष्टिकोण से कह रहा हूं।’