पूर्व भारतीय क्रिकेटर व भारतीय चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वेंगसरकर ने श्रेयस अय्यर की क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि श्रेयस अय्यर कैसे व्हाइट बॉल वाली क्रिकेट खेलने के लिए खुद को उपलब्ध बताते हैं जबकि उन्होंने लाल गेंद वाली क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक मांगा था।
वेंगसरकर ने श्रेयस अय्यर की लगाई क्लास
वेंगसरकर ने हैरानी जताई कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि कोई खिलाड़ी लाल गेंद और सफेद गेंद वाली क्रिकेट में से किस तरह से किसी का चयन करते हैं साथ ही उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि उन्हें दोनों के बीच का अंतर पूरी तरह से पता नहीं था। 69 साल के वेंगसरकर ने मिड-डे से बात करते हुए कहा कि सच कहूं तो ये मेरे लिए दुविधा की स्थिति है क्योंकि एक तरफ श्रेयस अय्यर करते हैं कि वो लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए अनफिट हैं, लेकिन सफेद गेंद वाले प्रारूप के लिए फिट हैं।
वेंगसरकर ने आगे कहा कि मुझे लाल गेंद वाले क्रिकेट और सफेद गेंद वाले क्रिकेट में अंतर समझ नहीं आता। मुझे लगता है कि अगर आप सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए फिट हैं तो जाहिर है कि आप लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए भी फिट हैं। लाल गेंद या सफेद गेंद के प्रारूप को चुनना और ऐसी बातें मेरी समझ से परे हैं। आपको बता दें कि श्रेयस अय्यर को लाल गेंद वाले क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक दिया गया था क्योंकि उन्होंने बीसीसीआई को लाल गेंद वाले क्रिकेट खेलते समय बार-बार पीठ में ऐंठन और अकड़न की शिकायत की थी।
30 साल के श्रेयस अय्यर ने लखनऊ में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में से पहले मैच में इंडिया ए की कप्तानी की थी, लेकिन दूसरे मैच में नहीं खेल पाए थे। श्रेयस की कप्तानी में ये मैच ड्रॉ रहा था। वहीं इसके बाद उन्होंने इंडिया ए के लिए तीन मैचों की वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ कप्तानी की और इस सीरीज में भारत को 2-1 से जीत मिली। इस वनडे सीरीज में श्रेयस अय्यर ने एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 3 मैचों में 180 रन बनाए थे।