गेंदबाज की जिन्दगी आसान नहीं होती है। शॉर्ट बाउण्ड्री, लंबे शॉट मारने वाले बल्लेबाज, गेंद, जो आसानी से स्विंग नहीं होती, पिच, जो कई बार बाउंस नहीं देती। इन सभी दबावों से ऊपर हर बार गेंद फेंकने पर अपने वजन का आठ गुना दबाव गेंदबाज के अगले पैर पर पड़ता है और ये हर बॉल के साथ होता है।
गेंदबाज क्रिकेट को ‘बल्लेबाजों का खेल’ कहे जाने पर पहले भी अफसोस जताते रहे हैं। खेल का फॉर्मेट जितना छोटा होता है, उनकी तकलीफ उतनी ही बढ़ जाती है। हाल ही में कुछ बल्लेबाजों ने कहा कि सीधे बाउण्ड्री पार जाने वाली गेंद के लिए 6 से ज्यादा रन मिलने चाहिए। बल्लेबाजों की इस बात पर दुनिया भर के गेंदबाजों ने जबरदस्त नाराजगी जाहिर की है।
जब सुपर सैमसन ने जड़े 10 छक्के : ये सारा विवाद दरअसल एक तूफानी पारी के बाद शुरू हुआ। जब राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए संजू सैम्सन ने आतिशी पारी खेली। उन्होंने कुल 10 बड़े छक्के लगाए थे। जबकि क्रिस गेल ने भी मैच में बेहतरीन प्रदर्शन से साबित दिया कि तेज फॉर्मेट के लिए अभी उनमें काफी क्रिकेट बाकी है।
इस बयान पर हुआ विवाद : दरअसल, ये सारा बखेड़ा इसी हफ्ते खड़ा हुआ है। इस विवाद की जड़ में भारत के महान विकेटकीपर महेन्द्र सिंह धोनी का बयान है। बीती रात उन्होंने टी—20 का 280वां मैच खेलते हुए अब तक का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया था।
धोनी ने कहा था कि,’आईपीएल में लंबी दूरी के छक्कों को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। मैच में ढेर सारे छक्के लगाए गए। कई में तो गेंद स्टेडियम के बाहर भी चली गई थी। मुझे लगता है कि आईपीएल में स्टेडियम से बाहर जाने वाली हर गेंद पर दो रन अतिरिक्त मिलने चाहिए।
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बयान से खफा हैं गेंदबाज : लेकिन इस तूफानी प्रदर्शन ने उन गेंदबाजों की दुखती रग को छेड़ दिया है, जो आईपीएल में अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं। इस पूरे मसले से सबसे ज्यादा आहत अगर कोई है तो वो हैं टी—20 के मंझे हुए गेंदबाज मिशेल मैकलिंघन।
Yeah great idea – while your at it… if a stump gets knocked out of the ground or a catch gets taken one handed then the team loses 3 wickets
— Mitchell McClenaghan (@Mitch_Savage) April 15, 2018
न्यूजीलैंड का यह बेहतरीन गेंदबाज सिडनी थंडर के नाम से भी मशहूर है। मैकलिंघन जो आईपीएल के सीजन—2018 में मुम्बई इण्डियन्स की तरफ से खेल रहे हैं, रन तय करने के इस फॉर्मूले से खासे नाराज हैं।
साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेइन ने मैकलिंघन के ट्वीट पर सहमति जताई. उन्होंने लिखा, ‘नेल्ड इट’।
Nailed it https://t.co/g49LBINqzn
— Dale Steyn (@DaleSteyn62) April 15, 2018
वहीं आॅस्ट्रेलिया के स्पिनर फवाद अहमद ने मैकलिंघन के ट्वीट पर लिखा कि, जरूरत से ज्यादा लेवलिंग करने पर बैटिंग करने वाले खिलाड़ी के 10 रन काट लेने चाहिए। इस तरह के विचार आउटडोर क्रिकेट के नियमों को इनडोर क्रिकेट नियमों की तरफ ले जाएंगे।
@Mitch_Savage or minus 10 runs
— Fawad Ahmed (@bachaji23) April 15, 2018
पूर्व आॅस्ट्रेलियाई टेस्ट गेंदबाज ट्रेंट कोपलैण्ड ने भी गेंदबाजों का पक्ष लिया। उन्होंने भी ट्वीट करके इसे निराशाजनक बताया।
Shock me… What a great idea… https://t.co/9XyZwO2hwi
— Trent Copeland (@copes9) April 15, 2018
सोशल मीडिया पर ऐसी हुई प्रतिक्रिया: धोनी के इस बयान पर आॅस्ट्रेलिया के बल्लेबाज डीन जोंस ने ट्वीट किया कि,’ एक नामी वनडे खिलाड़ी, जो आधुनिक टी—20 के दौर में बेहद सफल है, ने सुझाया है कि 80 मीटर से दूर गिरने वाली हर गेंद पर 8 रन दिए जाने चाहिए. आखिर कौन सा नियम है जो वह बदलना चाहते हैं।
If a batsmen hits a 6 more than 80 meters… then it’s a 8! https://t.co/tNIWyUreAx
— Dean Jones AM (@ProfDeano) April 7, 2018
वहीं इंग्लैण्ड की महिला क्रिकेट खिलाडी नैट स्कीवर ने ट्वीट किया कि,’ महिला क्रिकेट में पांच मीटर से आगे गिरने वाली हर गेंद पर दोगुने रन मिलने चाहिए.’
जबकि आॅस्ट्रेलिया के स्पिनर एस्टर एगर (आॅलराउण्डर) शायद ऐसे पहले गेंदबाज रहे जिन्होंने इस ख्याल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्टेडियम से बाहर गेंद जाने पर आठ रन देने का सुझाव दिया। जबकि दूसरे कई लोगों ने सुझाव दिया कि दूसरे टीयर में स्टेडियम से बाहर जाने वाली गेंद पर बड़ा इनाम जरूर मिलना चाहिए।