दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज अनुज रावत सोमवार (13 जनवरी) को सूरत में अपनी नई आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस की ट्रेनिंग सेशन में शामिल हुए, जबकि दिल्ली की टीम का राजकोट में सौराष्ट्र के खिलाफ अगले दौर के रणजी ट्रॉफी मैच से पहले अरुण जेटली स्टेडियम में कैंप चल रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारी इस बात पर अड़े हैं कि खिलाड़ियों को सीजन के दौरान लाल गेंद वाले क्रिकेट को प्राथमिकता देनी होगी। ऐसे में रावत का लाल गेंद वाले सीजन की शुरुआत से केवल एक सप्ताह पहले आईपीएल कैंप में हिस्सा लेना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि उनकी प्राथमिकताएं क्या हैं।

गुजरात टाइटंस का बयान

गुजरात टाइटंस ने बयान में कहा, “गुजरात टाइटंस ने आईपीएल 2025 के लिए सूरत में ट्रेनिंग कैंप के साथ अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अनुज रावत, इशांत शर्मा, जयंत यादव, कुमार कुशाग्र, महिपाल लोमरोर और अरशद खान जैसे खिलाड़ी कोच और सपोर्ट स्टाफ के साथ कैंप में टीम से जुड़े हैं।” यहां यह बताना आवश्यक है कि अनुभवी गेंदबाज इशांत शर्मा ने पहले ही डीडीसीए को बता दिया है कि अब वह लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेलेंगे, क्योंकि अब वह राष्ट्रीय टीम में वापसी की दौड़ में नहीं हैं।

डीडीसीए ने क्या बताया

जब डीडीसीए सचिव और राज्य की सीनियर टीम चयन समिति के संयोजक अशोक शर्मा से पूछा गया कि क्या संबंधित खिलाड़ी ने उनकी आईपीएल टीम के प्री-सीजन कंडीशनिंग कैंप में शामिल होने की अनुमति मांगी थी, तो उन्होंने ना में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि अनुज ने आईपीएल टीम के कैंप में हिस्सा लेने के लिए चल रहे रणजी ट्रॉफी कैंप को छोड़ दिया है। आदर्श रूप से, उन्हें राज्य संघ से अनुमति लेनी होगी। हमारे पास दो रणजी मैच बचे हैं और कैंप कोटला में चल रहा है। मुझे नहीं पता कि उसे रणजी ट्रॉफी कैंप को छोड़ने की अनुमति किसने दी। इशांत का मामला अलग है क्योंकि उन्हें डीडीसीए की अनुमति की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वह रणजी ट्रॉफी नहीं खेलते हैं।”

अनुज रावत से कोई लिखित अनुरोध नहीं मिला

यह पता चला है कि आम तौर पर यदि आईपीएल प्री-सीजन कंडीशनिंग कैंप राज्य टीम के कैंप के साथ टकराता है, तो आईपीएल नेट सत्र में हिस्सा लेने से पहले आमतौर पर अध्यक्ष या सचिव से अनुमति लेनी पड़ती है। क्रिकेट संचालन देखने वाले डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “हमें कुछ खिलाड़ियों से उनके संबंधित आईपीएल कैंप में शामिल होने की अनुमति मांगने वाले कुछ आधिकारिक ई-मेल अनुरोध प्राप्त हुए हैं, लेकिन मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हमें अनुज रावत से कोई लिखित अनुरोध नहीं मिला है। उस स्थिति में, उन्हें आईपीएल कैंप में शामिल नहीं होना चाहिए था।”

श्रेयस अय्यर और इशान किशन के खिलाफ हुआ था एक्शन

पिछले साल श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट बजाय आईपीएल को महत्व देने के कारण अपना केंद्रीय अनुबंध खो दिया था। इशान किशन को घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज करने के लिए कीमत चुकानी पड़ी थी। दोनों ने अपनी गलती से सीखा और तब से सभी प्रारूपों में क्रमशः मुंबई और झारखंड के लिए खेले हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज अनुज रावत भी विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा के शिष्य हैं। उन्होंने इस सीज़न में तीन रेड-बॉल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने चार पारियों में केवल 97 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 52 है।