दक्षिण अफ्रीका ने पहले टैस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन भारत को भले ही 201 रन पर ढेर कर दिया लेकिन सर्वाधिक विकेट लेने वाले डीन एल्गर ने पिच की आलोचना की और कहा कि भले ही इस परिणाम निकले लेकिन यह क्रिकेट के लिहाज से खराब विकेट है। भारतीय पारी में चार विकेट लेने वाले एल्गर पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय कप्तान हाशिम आमला के साथ एक छोर पर टिके हुए थे। दक्षिण अफ्रीकी टीम ने दो विकेट पर 28 रन बना लिए हैं।

एल्गर ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह क्रिकेट के लिहाज से अच्छा विकेट है। यह मेरी निजी राय है। इस विकेट पर परिणाम निकलेगा। लेकिन भारत की प्रशंसा करनी होगी वे निश्चित तौर पर हमारे खिलाफ इस तरह के विकेट तैयार करने जा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है। यहां आने पर हम जानते थे कि हम जिन विकेटों पर खेलने के आदी हैं, यहां हमें उनसे एकदम भिन्न विकेट मिलेंगे। इसलिए यह बहुत अच्छा विकेट तो नहीं है लेकिन इस पर परिणाम निकलेगा और कोई भी टीम जीत सकती है। भारतीय चार में 22 रन देकर चार विकेट लेने वाले एल्गर ने स्वीकार किया कि वह अपने प्रदर्शन से स्वयं हैरान हैं।

उन्होंने कहा कि मैं परिणाम से थोड़ा हैरान था। चार विकेट लेना और संयम से बल्लेबाजी करना। मैं अच्छी गेंदबाजी कर सकता हूं। मैं केवल बल्लेबाज नहीं हूं। लेकिन योगदान देकर अच्छा लगा और इस विकेट से स्पिनरों को मदद मिल रही है तथा अन्य चार गेंदबाजों के साथ मिलकर भारत को आउट करना अच्छा लगा।

दूसरी तरफ भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ का मानना है कि भारतीय स्कोर जितना दिख रहा है उसकी तुलना में यहां की धीमी और टर्न लेती पिच पर वह काफी बड़ा स्कोर है। बांगड़ ने कहा कि भारतीय स्पिनरों ने दक्षिण अफ्रीका के दो बल्लेबाज पवेलियन भेजकर दो विकेट पर 28 रन कर दिया और इसलिए दोनों टीमों को पलड़ा बराबरी पर है।

बांगड़ से पूछा गया कि भारत टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फायदा उठाने में नाकाम रहा, उन्होंने कहा कि कुछ हद तक हां, लेकिन हमने उनके भी दो विकेट निकाल दिए हैं। अगर बीस ओवर के बाद उनका स्कोर दो विकेट पर 28 रन है तो इससे साबित होता है कि 201 रन का स्कोर जितना दिख रहा है वह उससे कहीं बड़ा है। उन्होंने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यहां का विकेट चुनौतीपूर्ण है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह अच्छा विकेट है या बुरा विकेट लेकिन यह बेहद चुनौतीपूर्ण विकेट है जिसमें रन बनाना आसान नहीं है।

बांगड़ ने कहा कि प्रतिस्पर्धी क्रिकेट वह होता है जिसमें बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों को समान अवसर मिलें। मेरा मानना है कि गेंदबाजों को मौके मिले। इस पिच पर गेंदबाजों का पलड़ा भारी है ओर बल्लेबाजों को उससे तालमेल बिठाना होगा।

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस विकेट पर रन बन सकते हैं जैसे कि विजय ने दिखाया। जब पुजारा और विजय बल्लेबाजी कर रहे थे और यहां तक कि अजिंक्य रहाणे और विजय तो तब बल्लेबाजी आसान लग रही थी। इस पर बल्लेबाज के संयम की परीक्षा होगी और यहां तक कि गेंदबाजों को भी विकेट के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। यहां पर गेंद पिच होने के बाद धीमी हो रही है और वह बल्ले पर नहीं आ रही है। इस पर बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों के संयम की परीक्षा होगी।

बांगड़ ने कहा कि जब भारतीय टीम विदेशों में जाती है तो आप सीम मूवमेंट इतना मिलेगा या हवा में मूवमेंट कितना मिलेगा। गेंद कितनी स्पिन, सीम या स्विंग लेगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। यह सभी बल्लेबाजों के लिए चुनौती है। इसी तरह से इस तरह की पिच पर रन बनाना और विकेट लेना कला है। इसके लिए खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाना होगा। बाएं हाथ के कामचलाऊ स्पिनर डीन एल्गर ने चार विकेट लिए और बांगड़ ने स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाजों ने गलतियां की।

उन्होंने कहा कि हां मुझे लगता है कि बल्लेबाजों ने गलतियां की और हमारा काम उन्हें इससे अवगत करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि जब वे दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे तो तब तक इससे उबर गए होंगे। इस पूर्व भारतीय आलराउंडर ने एल्गर, साइमन हार्मर और इमरान ताहिर की प्रशंसा भी है। बांगड़ ने कहा कि उन्होंने एक निश्चित रणनीति से गेंदबाजी की। वे विकेट से स्पिन हासिल करने में सफल रहे।