मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद फेंके जाने से पहले बल्लेबाज को आउट करने (मांकडिंग) को अनुचित खेल की श्रेणी से हटा दिया है। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का अब भी मानना ​​है कि यह खेल भावना से जुड़ा मुद्दा है लेकिन वह इसे बल्लेबाज की गलती भी मानते हैं।

क्रिकेट कानूनों के संरक्षक, एमसीसी ने रन आउट के इस विवादास्पद तरीके को ‘अनुचित खेल’ से हटाकर आम रन आउट की श्रेणी में रख दिया है। डेविड वार्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच से पूर्व कहा, ‘‘मेरा अब भी मानना है कि खेल का इतिहास हमें बताता है कि यह खेल भावना से जुड़ा मुद्दा है। आप खिलाड़ियों से ऐसा करने की उम्मीद नहीं करते हैं।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में हमने ऐसा अधिक देखा है जबकि बल्लेबाज रन के लिए पहले ही आगे निकल जाता है। एक बल्लेबाज के रूप में आपको अपनी क्रीज पर रहना चाहिए। इसमें संदेह नहीं कि यदि आप इस तरह से रन आउट हो जाते हैं तो यह आपकी गलती है। आपको बताया गया है कि जब तक गेंदबाज के हाथ से गेंद नहीं छूटती तब तक आपको क्रीज से बाहर नहीं निकलना है। इसलिए ऐसा नहीं करें।’’

सचिन तेंदुलकर ने कही थी ये बात

बुधवार को यह नियम लागू होने के बाद क्रिकेट के भगवान कह जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि, मैं हमेशा से ही इस तरह से आउट होने पर मांकडेड शब्द के इस्तेमाल से असहज महसूस करता रहा हूं। मुझे बहुत खुशी है कि इसे अब रन आउट में बदल दिया गया है। मेरे हिसाब से इसे हमेशा रन आउट ही होना चाहिए था। वहीं कैच आउट वाले नियम पर भी उन्होंने खुशी जताई थी।

क्या थे बदले हुए नियम?

  • एमसीसी ने आईसीसी की आचार संहिता की धारा 41.3 में संशोधन करते हुए क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। अगर खिलाड़ी को ऐसा करते पाया गया तो वह बॉल टैम्परिंग का दोषी होगा।
  • इसके बाद एमसीसी ने आईसीसी की धारा 18 में भी संशोधन किया और इसके मुताबिक, किसी भी खिलाड़ी के आउट होने के बाद मैदान पर आने वाला नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा। भले ही विकेट गिरने से पहले खिलाड़ियों की स्ट्राइक क्यों न बदल गई हो।
  • एमसीसी ने डेड बॉल के नियम में भी बदलाव किया है। मैच के मैदान में किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है, तो वह डेड बॉल मानी जाएगी।
  • एमसीसी ने जो सबसे बड़ा नियम बदला वह था मांकडिंग का, जिसे अब ऑफिशियल रनआउट की श्रेणी में रखा गया है।

गौरतलब है कि आम की भाषा में नॉन स्ट्राइकर को गेंद फेंकने से पहले किए जाने वाले रन आउट को मांकडिंग (या मांकड़िंग) कहते हैं। भारत के दिग्गज आलराउंडर वीनू मांकड़ ने 1947 में दो बार आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज बिल ब्राउन को इस तरह से आउट किया था। इसके बाद ही इस तरह के रन आउट को मांकड़िंग कहा जाने लगा था।