पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी दानिश कानेरिया ने एक बार फिर अपनी टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलने वाले चुनिंदा हिंदू खिलाड़ियों में शामिल कनेरिया का कहना है कि जब वह टीम का हिस्सा थे तब उनपर हमेशा ही इस्लाम कबूलने का दबाव बनाया जाता था। उन्होंने कुछ पुराने वीडियो शेयर करके यह भी दावा किया कि पाकिस्तानी टीम के लिए खेल से ज्यादा अहम इस्लाम है।
दानिश ने शेयर किया नौ साल पुराना वीडियो
दानिश ने दांबुला में 2014 में खेले गए पाकिस्तान और श्रीलंका के मुकाबले का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में पाकिस्तानी खिलाड़ी अहमद शहजाद श्रीलंकाई बल्लेबाज दिलशान करुणारत्ने को कहते हैं कि अगर वह मुस्लिम बन जाते हैं तो जन्नत में जाएंगे। दानिश तब मैदान से बाहर जा रहे थे। कनेरिया ने कैप्शन में लिखा, ‘चाहे ड्रेसिंग रूम हो, प्लेग्राउंड हो या फिर डायनिंग टेबल, यह मेरे साथ हर जगह होता था।’
पाकिस्तान की खोली पोल
इसके बाद कनेरिया ने एक और वीडियो शेयर किया जिसमें वकार यूनुस यह कहते हैं कि रिजवान ने हिंदुओं के सामने नमाज पढ़ी जिसे देखकर बहुत अच्छा लगा। कनेरिया ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की हार की ओर इशारा करते हुए लिखा, ‘काफिर हिंदुओं के सामने नमाज पढ़ना मैच से ज्यादा अहम है। यही दिक्कत है।’ दानिश हमेशा यह कहते रहे हैं कि उनके साथ पाकिस्तानी टीम और मैनेजमेंट ने सौतेला व्यवहार किया। पाकिस्तान बोर्ड ने तमाम मैच फिक्स करने वाले क्रिकेटरों को बहाल कर दिया और सबके पास कुछ न कुछ काम है, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया।
कनेरिया के साथ होती थी नाइंसाफी
इससे पहले शोएब अख्तर ने भी यह कहा था कि कनेरिया के साथ गलत व्यवहार किया जाता था। उन्होंने कहा, ‘जिस क्रिकेटर ने पाकिस्तान को मैच जिताए, उसके साथ हिंदू होने की वजह से भेदभाव हुआ। जिस दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान को पूरे जान से प्यार किया उन्हें हिंदू होने की सजा दी जाती थी। दानिश कनेरिया कभी पाकिस्तानी बॉलिंग अटैक की जान थे, उन्हें ड्रेसिंग रूम में खाना लेने से रोका जाता था।’