India Women vs England Women: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 6 अगस्त 2022 को इतिहास रचा। उसने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिला टी20 क्रिकेट मैच के पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 4 रन से हरा दिया। वह राष्ट्रमंडल खेलों में महिला क्रिकेट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी। यही नहीं, हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम इंडिया ने लार्ड्स के मैदान पर 2017 वनडे विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता किया।

भारतीय टीम ने न सिर्फ राष्ट्रमंडल खेलों में एक पदक पक्का किया, बल्कि मेजबान इंग्लैंड का पिछले 6 मैच से चला आ रहा विजय रथ भी रोक दिया। इस मैच से पहले इंग्लैंड को टी20 इंटरनेशनल में आखिरी हार 20 जनवरी 2022 को मिली थी। तब ऑस्ट्रेलिया ने उसे 9 विकेट से हराया था। उसके बाद से इंग्लैंड ने 8 मैच खेले। इनमें से उसने 6 जीते। एक मैच रद्द हो गया, जबकि एक का नतीजा नहीं निकला।

राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल मैच में भारत की जीत में स्मृति मंधाना और ऑलराउंडर स्नेह राणा ने अहम भूमिका निभाई। स्मृति मंधाना ने 23 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। वुमन्स टी20 इंटरनेशनल में किसी भारतीय बैटर का यह सबसे तेज पचासा है। यही नहीं, स्मृति मंधाना टी20 इंटरनेशनल मैच में पावरप्ले में अर्धशतक लगाने वालीं भारत की पहली महिला क्रिकेटर भी बन गईं। स्मृति मंधाना 3 छक्के और 8 चौके की मदद से 32 गेंद में 61 रन बनाकर पवेलियन लौटीं।

बर्मिंघम के एजबस्टन में खेले गए इस मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 164 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में 6 विकेट पर 160 रन ही बना पाई।

एक समय इंग्लैंड की टीम 3 विकेट पर 132 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी। मेजबानों को 24 गेंद में महज 33 रन चाहिए थे, लेकिन ऑफ स्पिनर स्नेह राणा (4 ओवर में 28 रन देकर 2 विकेट) ने बेहद अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 18वें ओवर में केवल 3 रन और अंतिम ओवर में 9 रन दिए। इंग्लैंड की टीम सोफी एक्लेस्टोन के अंतिम गेंद में छक्के के बावजूद 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन ही बना पाई।

स्नेह राणा के अलावा दीप्ति शर्मा (4 ओवर में 18 रन देकर 1 विकेट) और पूजा वस्त्राकर (3 ओवर में 20 रन) की दबाव में की गई गेंदबाजी भी दमदार रही। इनकी गेंदबाजी में लाइन एंड लेंथ में गलती नहीं हुई। हरमनप्रीत ने शेफाली वर्मा से भी गेंदबाजी कराई। शेफाली ने 16वें ओवर में 15 रन दे दिए।

इसके बाद मैच इंग्लैंड के पक्ष में जाता दिखा। हालांकि, दीप्ति और स्नेह ने क्रमश: 17वें और 18वें ओवर में केवल 6 रन दिए। पूजा वस्त्राकर ने हालांकि 19वें ओवर में 13 रन लुटाए, लेकिन मंधाना और तानिया भाटिया ने खतरनाक दिख रही नैट स्किवर को रनआउट कराकर मैच का रुख बदल दिया।

इसके बाद स्नेह राणा ने 5 अच्छी गेंद फेंककर भारत के लिए महिला क्रिकेट के शुरुआती चरण में एक पदक पक्का कर दिया। इससे पहले मंधाना के 61 रन के अलावा जेमिमा रोड्रिगेज की नाबाद 44 रन (31 गेंद, 7 चौके) की उपयोगी पारी की बदौलत भारत ने 164 रन का स्कोर खड़ा किया।

दीप्ति शर्मा ने 20 गेंद में 22 रन का योगदान दिया। भारत ने पावरप्ले के 6 ओवर में 64 रन बना लिए थे। तब ऐसा लगा था कि वह 180 के आसपास का स्कोर करेगा, लेकिन पावरप्ले के बाद के 14 ओवर्स में 100 रन ही जुड़े, क्योंकि टीम ने मध्य ओवरों में लगातार तीन विकेट गंवाकर लय खो दी।

जेमिमा रोड्रिग्ज और दीप्ति ने चौथे विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी की। महिला क्रिकेट में मंधाना के ड्राइव शॉट देखने लायक होते हैं। उनके साथ शेफाली (15 गेंद में 17 रन) जब बिना आक्रामकता के खेल रही हों तो आंखों पर विश्वास नहीं होता। दोनों ने 7.5 ओवर में 76 रन की साझेदारी की।