ऑस्ट्रेलिया में जहां भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर का इलाज सिडनी के एक अस्पताल में चल रहा है। वह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए तीसरे वनडे में बुरी तरह चोटिल हुए थे और आईसीयू में उन्हें एडमिट करवाया गया था। अब ऑस्ट्रेलिया के एक 17 वर्षीय लोकल क्रिकेटर को लेकर मेलबर्न से दुखद खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम को युवा क्रिकेटर की गर्दन पर गेंद लगी थी जिसके बाद वह गंभीर रूप से चोटिल हुआ और उसे मोनाश मेडिकल सेंटर ले जाया गया और वहां लाइफ सपोर्ट पर रखा गया।
ऑस्ट्रेलिया की स्थानीय न्यूज (7News) के अनुसार यह वाकिया मंगलवार शाम 5 बजे से ठीक पहले फर्नट्री गली के वैली ट्यू रिजर्व में हुआ। 17 वर्षीय खिलाड़ी के गेंद नेट्स में मैच से पहले प्रैक्टिस में लगी। मेडिकल सुविधा पहुंचने से पहले लोगों ने खिलाड़ी को पास में स्थित मोनाश मेडिकल सेंटर पहुंचाया। जहां तत्काल रूप से उसे लाइफ सपोर्ट पर रख दिया गया। वो खिलाड़ी अभी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।
इस हादसे की तुलना ऑस्ट्रेलिया के पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर फिल ह्यूज के साथ हुए हादसे से की जाने लगी। 2014 में शेफील्ड शील्ड के मैच के दौरान सिडनी में फिल ह्यूज की गर्दन पर बाउंसर लगी थी और उसके बाद मैदान पर ही वह गिर गए थे और फिर कभी नहीं उठ पाए। क्रिकेट विक्टोरिया, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और उस खिलाड़ी से जुड़े दो क्लब लगातार मामले पर नजर रखे हैं और हर जरूरी सुविधा मुहैया करवा रहे हैं। सभी लोग अस्पताल के बाहर उस खिलाड़ी की जिंदगी के लिए दुआ भी मांग रहे हैं।
क्या क्रिकेट में सुरक्षा मानक पर्याप्त नहीं?
फिल ह्यूज जैसे इस एक और हादसे के बाद एक बड़ा डिबेट यह फिर से छिड़ गया है कि क्या क्रिकेट में सुरक्षा के मानक पर्याप्त नहीं हैं। फिल ह्यूज के भी बल्लेबाजी करते हुए गर्दन पर गेंद लगी थी। और वर्तमान प्रोटेक्शन किट की बात करें तो हेल्मेट के अलावा ऐसा कोई गार्ड नहीं होता है जिससे खिलाड़ी की गर्दन कवर हो सके। जबकि यह शरीर का सबसे नाजुक भाग होता है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में आईसीसी, एमसीसी की तरफ से इस बारे में कुछ विचार किया जाता है या नहीं।
