Yuzvendra Chahal , World Cup campaign heartbreak: भारतीय टीम से बाहर चल रहे स्पिनर युजवेंद्र चहल ने वर्ल्ड कप 2019 को याद करते हुए कुछ बातें शेयर की। इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में युजवेंद्र चहल ने वर्ल्ड कप से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया सेमीफाइनल मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम के हालातों को बयां किया। युजवेंद्र चहल ने कहा, ‘मैं अपने क्रिकेट करियर का पहला वर्ल्ड कप खेल रहा था और जब माही भाई आउट हुए तो मुझे बल्ला लेकर मैदान पर उतरना था, वह पल मेरे लिए बेहद मुश्किल भरा था। मैदान पर जाते समय मुझे अपनी भावनाओं पर काबू रखना था, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पा रहा था और मेरी आंखों से लगातार आंसू निकल रहे थे, जिसे मैं रोकने का प्रयास कर रहा था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने इससे पहले खेले गए टूर्नामेंट के सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन सेमीफाइनल में हारकर बाहर होने वाले थे। इस टूर्नामेंट में ऐसा पहली बार था जब टीम का हर खिलाड़ी स्टेडियम से जल्दी-जल्दी होटल की ओर जाना चाह रहा था।’ बता दें कि सेमीफाइनल मैच में भारत ने महज 5 के स्कोर पर रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे दिग्गजों का विकेट गंवा दिया था। ऐसे में भारतीय टीम का मैच में वापसी करना बेहद मुश्किल हो गया।
धोनी के रूप में टीम के पास अतिंम विशेषज्ञ बल्लेबाज था जो 50 रन बनाकर रन आउट हो गया। धोनी के रन आउट होने के साथ ही भारतीय उम्मीदें खत्म हो गई और ड्रेसिंग रूम में भी सन्नाटा छा गया। चहल ने इस इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘मुझे कम से कम 5-6 साल अभी और क्रिकेट खेलना है और मैं टीम में रहते हुए भारत के लिए एक बार वर्ल्ड कप जरूर जीतना चाहूंगा।’
युजवेंद्र चहल के मुताबिक अगर भारतीय अगले साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को अपने नाम कर लेती है तो फैंस सेमीफाइनल की हार को भूल जाएंगे। बता दें कि सेमीफाइनल मुकाबले में जीत के लिए 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 221 रन पर ढेर हो गई और 18 रन के अंतर से मैच गंवा दिया था।