इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ पंजाब किंग्स को 200 रन का टारगेट मिला था। शिखर धवन और जॉनी बेयरस्टो की ओपनिंग जोड़ी ने 12 ओवर के अंदर शतकीय साझेदारी करके पंजाब को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। इसके बाद 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार गेंद करने वाले मयंक यादव ने कहर बरपाया। लखनऊ ने 21 रन से मैच अपने नाम किया।
मयंक यादव का कहर लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच में भी देखने को मिला। इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। इसके बाद वह चोटिल हो गए। गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में केवल 1 ओवर कर पाए। उन्हें मैदान छोड़कर बार जाना पड़ा। इसके बाद वह कुछ मैचों में बेंच पर बैठे।
क्यों मयंक यादव बार-बार चोटिल हो रहे हैं
मुंबई इंडियंस के खिलाफ मयंक ने वापसी की। इस मैच में भी उन्हें बीच ओवर में मैदान छोड़कर बाहर जाना पड़ा। उन्होंने 3.1 ओवर में 31 रन देकर 1 विकेट लिया। मयंक ने रफ्तार और सटीक लाइन लेंथ से ध्यान खींचा, लेकिन बार-बार चोटिल होना समस्या है। आईपीएल 2024 के बाद वह गायब हैं। वह अपनी फिटनेस सुधारने के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA)की देखरेख में काम कर रहे हैं। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने बताया है कि क्यों मयंक यादव बार-बार चोटिल हो रहे हैं।
मयंक ने एज ग्रुप लेवल पर पर्याप्त रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेला है
पारस म्हाम्ब्रे ने द इंडियन एक्सप्रेस को मयंक यादव के बार-बार चोटिल होने का कारण बताते हुए कहा कि उन्होंने एज ग्रुप लेवल पर पर्याप्त रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेला है। उन्होंने कहा, ” आपको उनकी बैतग्राउंड देखने की जरूरत है। उन्होंने कितना क्रिकेट खेला है? उन्होंने कितनी गेंदबाजी की है? सब कुछ जोड़कर देखा जाता है। हमें इसके बारे में गहराई तक जानने की जरूरत है। यह जानने की जरूरत है कि उनकी ट्रेनिंग के तरीके क्या रहे हैं? वह कितने ओवर गेंदबाजी करते थे, पहले चोटिल रहे हैं क्या? आगे चलकर, फिटनेस, तकनीकी पहलू और वर्लकोड मयंक के लिए पैरामीटर होंगे।”
मयंक का शरीर अभी भी विकसित हो रहा है
पारस म्हाम्ब्रे ने मयंक को लेकर कहा, “वह सिर्फ 22 साल के हैं। उनका शरीर अभी भी विकसित हो रहा है। वह चोट लगने की संभावना वाले आयु में है। उनका शरीर अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है। अगर हम उनकी बैकग्राउंड को अच्छी तरह से समझें तो उनकी चोटों को नियंत्रित किया जा सकता है।” मयंक पहले ही मैच में अपने प्रदर्शन चर्चा में आ गए। वह दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए बुरे सपने की तरह हो सकते हैं।
मैं देखना चाहता हूं कि मयंक अगले पांच सालों में क्या कर सकते हैं
म्हाम्ब्रे ने कहा, “मयंक निश्चित रूप से एक बेहतरीन खिलाड़ी है। आप उनमें वह स्पार्क देख सकते हैं। वह बहुत खास हैं और हम सभी ने पिछले आईपीएल में इसका एहसास किया। वह क्लिप (ग्रीन का विकेट) हमें उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने के लिए प्रेरित करने के लिए पर्याप्त है। मैं अगले 10 या 15 सालों के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं देखना चाहता हूं कि वह अगले पांच सालों में क्या कर सकते हैं। अगले तीन-चार साल उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। जब वह 25-26 साल का हो जाएंगे, तो वह अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझ लेंगे। फिर उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांच साल अच्छे होंगे।”