19 सितंबर 2007 को युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ जो पारी खेली थी वह शायद ही कोई क्रिकेट फैन भुला सके। 9 साल बीत गए पर हर क्रिकेट प्रेमी के जहन में युवराज की वो 58 रनों की पारी आज भी जिंदा है और शायद हमेशा रहेगी। साउथ अफ्रीका के किंग्समीड में युवराज सिंह ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की सबसे आतिशी पारी खेली थी। यह पारी टी-20 इतिहास के पहले विश्वकप में आज ही के दिन सात साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई थी। इस मैच में युवराज सिंह ने इंग्लैंड के पेस बॉलर स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार 6 छक्के मारकर रिकॉर्ड बनाया था। भारतीय सलामी बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने भारत को एक मजबूत शुरुआत दी। सहवाग ने 68 और गंभीर ने 58 रनों का योगदान दिया।
इसके बाद जब युवराज सिंह बल्लेबाजी करने उतरे उस वक्त इंग्लैंड के ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ और युवराज के बीच बहस देखनी को मिली। ठीक अगले ओवर में युवराज सिंह ने लगातार 6 छक्के मारकर फ्लिंटॉफ को मुंहतोड़ जवाब दिया। यह ओवर स्टुअर्ट ब्रॉड करने आए थे। क्रिकेट के इतिहास में यह चौथी बार था जब किसी बल्लेबाज ने एक ओवर में 6 छक्के मारने का कारनामा किया हो। पर टी-20 के इतिहास में यह कारनामा पहली बार था। इस मैच युवराज सिंह ने मात्र 12 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था। कुल 16 गेंदें खेलकर युवराज ने 58 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड की तरफ से विक्रम सोलंकी, केविन पीटरसन और पॉल कॉलिंगवुड ने अच्छी पारियां खेली पर लक्ष्य से 18 रन दूर रह गए। युवराज सिंह को इस आतिशी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत ने इस विश्वकप के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर टी-20 का पहला विश्वकप महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में अपने नाम कर लिया था।

