2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को टीम इंडिया की शानदार वापसी के लिए जाना जाता है। पहला मैच गंवाने के बाद अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में टीम ने मेजबान टीम को 2-1 से सीरीज हरा दिया था। इस सीरीज में काफी ड्रामा देखने को मिला और सिडनी में तीसरे टेस्ट से पहले रोहित शर्मा और ऋषभ पंत समेत कुछ भारतीय खिलाड़ियों को एक रेस्तरां में देखे जाने के बाद होटल में रहने के लिए कहा गया। मामले को लेकर तब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने इन खिलाड़ियों को स्वार्थी बताया।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मेलबर्न में जीत के बाद रोहित शर्मा, शुभमन गिल, ऋषभ पंत, पृथ्वी शॉ और नवदीप सैनी को एक रेस्तरां में देखा गया था। बाद में इनका कोरोना टेस्ट हुआ और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद वे सिडनी में तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध थे। वूट सिलेक्ट की सीरीज ‘बंदों में था दम’ पर इल वाक्ये के बारे में बोलते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने कहा, “मेरा मतलब है कि उन चार या पांच लोगों ने पूरी टेस्ट सीरीज को जोखिम में डाल दिया। किस लिए? नंदो के चिप्स के लिए। इमानदारी से कहूं तो यह काफी स्वार्थीपूर्ण व्यवहार था।”

तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने यह भी बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम के कुछ सदस्य भारतीय खिलाड़ियों को कथित तौर पर “नियमों की धज्जियां उड़ाते” देखकर नाराज थे। “इसने कुछ खिलाड़ी नाराज थे। खासकर वे जिन्हें अपने परिवार के बिना क्रिसमस बिताना पड़ा।” अजिंक्य रहाणे ने एडिलेड में पहले टेस्ट के बाद उस सीरीज में भारत का नेतृत्व किया था। उन्होंने बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न टेस्ट हारने के बाद माइंड गेम खेलना शुरू किया और भारतीय खिलाड़ियों द्वारा कोविड के नियमों को तोड़ने की खबर पूरी तरह से गलत थी।

रहाणे ने कहा, “तस्वीरों में दिखाई देने वाले खिलाड़ी वास्तव में अपने टेकअवे ऑर्डर का इंतजार कर रहे थे। खराब मौसम के कारण,ॉ उन्हें अंदर इंतजार करना पड़ा। इसे लेकर जो कहानी बताई गई वह गलत थी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि जब आप सिडनी जाएंगे मेलबर्न से, कोई भी होटल से बाहर नहीं आ सकता है और आपको क्वारंटाइन रहना होगा।”

रहाणे ने इसे लेकर आगे कहा, “बाहरी दुनिया विशेष रूप से सिडनी में सब कुछ सामान्य था। कोई लॉकडाउन नहीं था, सभी को घूमने की अनुमति थी और खिलाड़ियों को अंदर रहने के लिए कहा गया था। हम जानते थे कि ऑस्ट्रेलिया ने माइंड गेम खेलना शुरू कर दिया है, खासकर मेलबर्न में जो हुआ उसके बाद।”