युद्ध से तबाह, बुनियादी ढांचे और स्टेडियम की कमी के बाद भी अफगानिस्तान क्रिकेट टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। आईसीसी टूर्नामेंट में वह बड़ी-बड़ी टीमों को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर रही है। साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को क्रिकेट समुदाय SENA के तौर पर जानता है। एशियाई टीमों के लिए इन्हें सबसे बड़ी चुनौती माना जाता है। इन 4 टीमों को हराने पर क्रिकेट में आपका वर्चस्व दिखता है।

अफगानिस्तान की टीम ने पिछले 8 महीने में इनमें 3 टीमों को हराया है। अक्टूबर में वनडे वर्ल्ड कप 2023 में इंग्लैंड को हराया। इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप 2024 में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को मात दे दी। 2017 में आईसीसी से फुल मेंबर टीम का दर्जा मिलने के बाद अफगानिस्तान ने लगातार बुलंदियों को छुआ है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में 27 जून को उसका सामना साउथ अफ्रीका से होगा। अब उसकी निगाहें प्रोटियाज को फाइनल में न पहुंचने देने पर होगी।

अफगानिस्तान के पास खोने के लिए कुछ नहीं

साउथ अफ्रीका की टीम बेहतरीन फॉर्म में है। टूर्नामेंट में वह अबतक एक भी मैच नहीं हारी है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के हराना भी उतना ही मुश्किल था, जितना एडेन मार्कराम की टीम को। अफगानिस्तान की सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच चुकी है। उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। दूसरी ओर साउथ अफ्रीका की टीम का बड़े मैचों में चोक करने का इतिहास रहा है।

एशिया में बढ़ रहा कद

एशियाई देशों की बात करें तो भारत के अलावा लंबे समय से क्रिकेट खेल रहे पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश का प्रदर्शन बीते कुछ समय में कुछ खास नहीं रहा है। तीनों टीमें विवाद में खूब घिरी रहती है। इस बीच अफगानिस्तान की टीम ने निरंतरता दिखाई, जबकि उन्हें द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए दूसरे देशों की बुनियादी ढांचे पर निर्भर होना पड़ता है। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम क्रिकेट खेलने से इन्कार कर देती है।