दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और तेज-तर्रार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स भारत के साथ पूरे सीरीज में अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। इसमें हार्दिक पांडया का बड़ा हाथ है। पोर्ट एलिजाबेथ के सेंट जॉर्जेज पार्क में मौजूदा वनडे सीरीज के पांचवें मैच में मेजबान को करारी शिकस्त देकर भारत ने श्रृंखला में अजेय बढ़त बना ली है। जीत के लिए 275 रन का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम ने 55 रन पर ही अपने दो विकेट खो दिए थे। इसके बाद डिविलियर्स उतरे थे। इस महत्वपूर्ण मैच में टीम को उनसे काफी उम्मीद थी। तब हार्दिक को बॉलिंग की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने अपने कप्तान विराट कोहली को निराश नहीं किया और डिविलियर्स को सस्ते में ही चलता कर दिया। इसके बाद भारतीय खेमे को जीत की उम्मीद दिखने लगी थी। हार्दिक ने जोहान्सबर्ग में भी इस खतरनाक बल्लेबाज को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। हालांकि, भारत वह मैच हार गया था। डिविलियर्स सिर्फ हार्दिक ही नहीं बल्कि उनके बड़े भाई क्रुणाल पांड्या के समक्ष भी घुटने टेकने को मजबूर हो जाते हैं। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के तरफ से खेलते हैं, वहीं बाएं हाथ के मध्यम गति के तेज गेंदबाद क्रुणाल मुंबई इंडियंस की ओर से मैदान में उतरते हैं। पिछले दो वर्षों में आईपीएल में दोनों टीमें अब तक चार बार आमने-सामने आ चुकी हैं। क्रुणाल ने चारों बार डिविलियर्स को मैदान से बाहर भेजा।
इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस चारों बार रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु को हराने में कामयाब रही है। इन मैचों में डिविलियर्स ने 43, 19, 24 और 29 रन ही बना सके। हार्दिक पांड्या भी उसी तर्ज पर दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज को घुटने टेकने पर मजबूर कर देते हैं। डिविलियर्स के सस्ते में आउट होने के बाद पोर्ट एलिजाबेथ में कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के समक्ष ज्यादा समय तक नहीं टिक सका था। पूरी टीम महज 201 रन पर ही सिमट गई थी। डिविलियर्स छह रन बनाकर पवेलियन लौटेे थे। महेंद्र सिंह धोनी ने विकेट के पीछे उनका कैच लपका था। हार्दिक ने इससे पहले जेपी डुमिनी को कैच आउट कराया था। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए डेविड मिलर और विकेटकीपर बल्लेबाज क्लासेन ने हाशिम अमला का साथ देने की पूरी कोशिश की थी। इन दोनों के वापस पवेलियन जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया। हार्दिक ने दो विकेट लेने के अलावा खतरनाक हाशिम अमला को रन आउट भी कराया था। इस तरह उन्होंने मेजबान टीम के दो सबसे विश्वसनीय और मैच का रुख पलटने वाले खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में भूमिका निभाई थी।

