भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने अपनी आत्मकथा ‘281 एंड बियॉन्ड’ नामक किताब लिखी है। इस किताब को क्रिकेट फैंस 19 नवंबर से मार्केट से खरीद पाएंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद लक्ष्मण अपनी आत्मकथा को लोगों के सामने लाना चाहते थे और आखिरकार 19 नवंबर को उनका यह इंतजार अब खत्म होने वाला है। ईडन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण ने 281 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसके बाद उनका करियर बुलंदियों पर पहुंच गया। मार्केट में आने से पहले किताब के कुछ अंश को टाइम्‍स ऑफ इंडिया में छापा गया है। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को लेकर इस किताब में एक मजेदार खुलासा किया गया है। दरअसल, जब सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू भी नहीं किया था, तभी उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण को बता दिया था कि वह भारत की ओर से 300 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बनेंगे। लक्ष्‍मण ने लिखा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2001 के वनडे सीरीज के दौरान बैंग्लोर में खेले गए मुकाबले में सहवाग ने 58 रन बनाए और तीन विकेट भी हासिल किया।

इस मैच के बाद जहीर खान, वीरेंद्र सहवाग और मैं डिनर करने बाहर गए। जहां सहवाग ने लक्ष्मण से कहा कि लक्ष्मण भाई आपके पास कोलकाता टेस्ट में 300 रन बनाने का शानदार मौका था, आप 300 के करीब पहुंचकर इससे बनाने में नाकाम रहे, लेकिन टेंशन मत लीजिए भारत की ओर से पहला तिहरा शतक जड़ने वाला खिलाड़ी मैं बनूंगा। सहवाग की इस बात को सुनकर लक्ष्मण हैरान रह गए थे। साल 2001 में सहवाग ने सिर्फ 3 से 4 वनडे मैच खेला था और टेस्ट में डेब्यू करना उनका अभी बाकी था। लक्ष्मण ने सहवाग की बात को मजाकिया अंदाज में लिया, लेकिन कुछ सालों बाद सहवाग ने इसे सच कर दिखाया।

लक्ष्‍मण के मुताबिक जब सहवाग मे मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ अपना तिहरा शतक पूरा किया तो वह उनके पास आकर हंसने लगे। इसके बाद उन्होंने लक्ष्मण से कहा मैंने अपनी बात पूरी की। लक्ष्मण ने सहवाग की तारीफ करते हुए लिखा, ”सहवाग के एक अलग ही शैली के खिलाड़ी रहे, इस वजह से वह इस मुकाम को दो-दो बार आसानी से हासिल करने में कामयाब हुए।”