भारतीय क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने साल 2002 में पहली बार सचिन तेंदुलकर के साथ भारत के लिए ओपनिंग किया था। इसके बाद साल 2003 वर्ल्डकप में इन दोनों की जोड़ी ने भारतीय टीम को तेज शुरुआत दिलाने का काम किया। सहवाग शुरुआत से ही अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। सचिन और सहवाग काफी दिनों बाद एक बार फिर किसी शो में साथ नजर आए। दरअसल, विक्रम साठाये के शो ”वाट द डक” में सचिन-सहवाग ने एक साथ शिरकत की। इस दौरान दोनों ने कई बातों का जिक्र किया, सचिन ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि सहवाग जब टीम में आया तो यह मेरे से बात नहीं करता था। सचिन ने कहा, ”सहवाग टीम में शामिल होने के बाद चुपचाप ड्रेसिंग रूम में बैठा रहता। एक दिन सहवाग से मैंने कहा चलो कैंटीन खाना खाने चलते हैं तो इस पर सहवाग सहमा सा मेरे पास आया। इसके बाद मैंने उससे बात करने की शुरुआत की”।
सचिन ने आगे कहा, ”सहवाग के साथ मुझे कई बार बल्लेबाजी करनी होती थी और ऐसे में हम दोनों को एक-दूसरे को समझना जरूरी था”। वहीं सहवाग ने सचिन की तारीफ करते हुए कहा, ”सचिन बल्लेबाजी में हमेशा से मेरी मदद करते रहे हैं। सचिन मैदान पर अपने अनुभवों का भरपूर इस्तेमाल करना जानते थे। कप्तान कोई भी हो, सचिन अपना काम बखूबी करते थे। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी को लेकर सहवाग ने कहा कि वह किस्मत वाले कप्तान रहे हैं। उनकी टीम में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज खिलाड़ी खेल चुके हैं।
सचिन ने सहवाग को लेकर कहा कि सहवाग बाद में इतना खुल गए कि वह हर समय ड्रेसिंग रूम में कुछ ना कुछ बोलते ही रहते थे। सहवाग को चुप कराने के लिए सचिन केले लेकर आते थे। सचिन के मुताबिक सहवाग को केले देकर वह थोड़ी देर के लिए ही सही उनका मुंह बंद कराने में सफल रहते थे। बता दें, सहवाग-सचिन की जोड़ी ने भारत को करीब 10 से 12 बार 100 से ज्यादा की साझेदारी कर ठोस शुरुआत दिलाने का काम कर चुकी है।