भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली उस उम्र में हैं जहां यह बात होने लगी है कि वह और कितना लंबा खेलेंगे। जून में भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनी और दोनों ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप को अलविदा कह दिया। इस बीच भारत के दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह ने बताया है कि दोनों खिलाड़ी कब तक खेल सकते हैं। भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में 711 विकेट लेने वाले इस पूर्व स्पिनर ने कहा कि रोहित शर्मा कम से कम 2 साल और विराट कोहली आराम से 5 साल तक खेल सकते हैं।

हरभजन सिंह ने सामचार एजेंसी पीटीआई से कहा, “रोहित आसानी से दो साल और खेल सकते हैं। विराट कोहली की फिटनेस को देखते हुए आप उन्हें पांच साल तक खेलते हुए देख सकते हैं। वह शायद टीम में सबसे फिट खिलाड़ी हैं। आप विराट के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाले किसी भी 19 वर्षीय खिलाड़ी से पूछें। विराट उनसे आगे निकल जाएंगे। वह इतने फिट हैं। मेरा मानना ​​है कि विराट और रोहित में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है और यह पूरी तरह से उन पर निर्भर करता है। अगर वे फिट हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। टीम जीत रही है, तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए। यह बहुत आसान है।”

टेस्ट क्रिकेट में दोनों की जरूरत

हरभजन का मानना ​​है कि टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है, जहां आपको दोनों की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ” रेड बॉल क्रिकेट में आपको वाकई इन दोनों खिलाड़ियों को लोगों की अपेक्षा से थोड़ा ज्यादा खेलने की जरूरत है। आपको सभी फ़ॉर्मेट में अनुभव की जरूरत होती है, चाहे वह सीमित ओवरों का क्रिकेट हो या टेस्ट क्रिकेट। आपको उभरती हुई प्रतिभा को निखारने के लिए अनुभवी क्रिकेटरों की जरूरत होती है। चयनकर्ताओं को यह देखना चाहिए कि अगर कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे टीम से बाहर कर देना चाहिए। चाहे वे सीनियर खिलाड़ी हों या जूनियर। लेकिन जब तक सभी फिट हैं, उन्हें टीम में चुना जाना चाहिए।”

युवाओं में सीनियर खिलाड़ियों की तुलना में कहीं अधिक भूख होती है

हरभजन का मानना ​​है कि युवाओं में सीनियर खिलाड़ियों की तुलना में कहीं अधिक भूख होती है, क्योंकि उन्हें अभी खुद को स्थापित करना होता है। उन्होंने कहा, अगर वे किसी भी तरह से योगदान नहीं दे रहे हैं, चाहे वह फिटनेस हो या रन तो उन पर फैसला लेने समय आ गया है। उन्हें युवाओं के लिए रास्ता बनाना चाहिए। आखिरकार, यह एक व्यक्तिगत निर्णय होता है। चयनकर्ता इन कदमों पर नजर रखते हैं कि कौन किस उम्र में प्रदर्शन करने में सक्षम है। जाहिर है वे उन्हें चुनने से पहले उन सभी चीजों पर विचार करते हैं।”