वर्ल्ड कप 2023 को खत्म हुए 20 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है। भारतीय फैंस धीरे-धीरे फाइनल में मिली हार के गम को भुलाने की कोशिश कर रहे हैं। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा भी अब मैदान पर वापसी को तैयार हैं। इस वापसी से पहले उन्होंने पहली बार वर्ल्ड कप को लेकर अपने दिल का दर्द बयां किया। मुंबई इंडियंस ने वीडियो शेयर किया जिसमें रोहित ने बताया कि उस रात के बाद उनका क्या हाल था।

रोहित के लिए मुश्किल थे शुरुआती दिन

रोहित ने वीडियो में बताया कि उन्हें शुरुआत में समझ ही नहीं आ रहा था कि इस हार से आगे कैसे बढ़ें। उन्होंने कहा, ‘मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं, इस हार से कैसे बाहर निकलूं। मेरा परिवार कोशिश कर रहा था कि मैं ज्यादा दबाव में न रहूं। मेरे लिए उस हार को स्वीकार करना आसान नहीं था। मुझे उससे बाहर निकलना ही था लेकिन यह बहुत मुश्किल था।’

हार से परेशान थे रोहित

रोहित ने आगे कहा, ‘मैं हमेशा वनडे वर्ल्ड कप देखते हुए बड़ा हुआ हूं। वही मेरे लिए असली प्राइज था। हमने इतने साल उसी वर्ल्ड कप के लिए कोशिश की। जब सबकुछ करते हैं और फिर भी आपको वह नहीं मिलता जो आप चाहते हैं, जिसका आप सपना देखते हैं तो आप परेशान हो जाते हैं।’

टीम के प्रदर्शन पर है गर्व

भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्हें अपनी टीम और उसके प्रदर्शन पर गर्व है। रोहित ने कहा, ‘अगर कोई मुझसे पूछे कि क्या गलत हुआ क्योंकि हमने 10 मैच जीते थे। उन 10 मैचों में हमसे गलतियां हुई थी लेकिन वह ऐसी गलतियां थीं जो कि हर मैच में होती हैं। कोई भी गेम आपके लिए परफेक्ट नहीं हो सकता। अगर मैं दूसरी तरफ देखूं तो मुझे टीम पर गर्व है। जैसा हमने खेला वह शानदार था। आपको हर वर्ल्ड कप में ऐसा मौका नहीं मिलता है। मुझे उम्मीद है कि फाइनल से पहले तक उस प्रदर्शन से फैंस काफी खुश हुए होंगे।’

विदेश में भी मिलते थे फैंस

उन्होंने बताया कि विदेश में भी उनसे कई फैंस मिले। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने दिमाग को इन सबसे बाहर निकालना चाहता था इसलिए मैं परिवार के साथ बाहर गया। लेकिन मैं जब भी गया लोग मेरे पास आते थे और टीम की कोशिशों की, टीम के खेल की तारीफ करते थे। मैं उनके लिए भी बुरा महसूस कर रहा था क्योंकि वह भी हमारी तरह वर्ल्ड कप जीतना चाहते थे। हम जहां भी गए हमें बहुत समर्थन मिला। जो लोग स्टेडियम आए और जो टीवी पर मैच देख रहे थे। मैं उनकी तारीफ करता हूं कि उन्होंने डेढ़ महीने हमारा साथ दिया। साथ ही बुरा भी लगता है कि हमने उन्हें निराश किया। लोगों के साथ-साथ मैं भी इस दुख से उबर रहा हूं। जब लोग समझते हैं और गुस्सा नहीं उतराते तो हमें भी बेहतर लगता है। इससे वापसी करने का आत्मविश्वास मिलता है।’