ऋषभ पंत ने टेस्ट करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन 2020/21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में उनकी 97 रन की पारी उनकी बेहतरीन पारियों में से एक रहेगी। एससीजी में मैच बचाने के लिए जूझ रहे भारत को पंत की आक्रामक बल्लेबाजी से फायदा मिला। अचानक लगने लगा कि मेहमान टीम मैच जीत सकती है। हालांकि, चोटिल हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन के संघर्ष से मैच ड्रा रहा। विराट कोहली अनुपस्थिति में टीम की कमान संभालने वाले अजिंक्य रहाणे ने खुलासा किया है कि बाएं हाथ का विकेटकीपर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा पर गुस्सा हो गया था।
पंत और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े थे। पंत तीन रन से शतक से चूक गए। वह नाथन लियोन की गेंद पर आउट हुए। उनकी एकाग्रता टूटने का कारण दूसरे छोर पर उनके साथी चेतेश्वर पुजारा थे। पुजारा ने क्या कहा था, पंत ने बंदो में था दम में बताया, “ऋषभ… थोड़ी देर देखिए, टिके रहने की कोशिश कीजिए। आप सिंगल, डबल्स में भी काम चला सकते हैं। आपको बाउंड्री मारने की जरूरत नहीं है। मुझे थोड़ा गुस्सा आया। उन्होंने मुझे डबल माइंड में डाल दिया। मुझे अपनी योजनाओं में स्पष्ट होना पसंद है। मैं यही करना चाहता हूं। हमने शानदार मोमेंटम बनाई थी। “
अजिंक्य रहाणे ने इस विषय पर बात की और बताया कि कैसे पंत गुस्से में ड्रेसिंग रूम में लौटे। उन्हें लगा कि अगर उन्हें वह करने दिया गया होता जो वह कर रहे थे, तो शतक हो जाता। उन्होंने कहा, “दूसरे छोर से पुजारा उन्हें धीमा खेलने के लिए कह रहे थे। हम बाद में रन बना सकते हैं। एक अनुभवी खिलाड़ी ने उनसे कहा था कि तुम 97 पर हो और तुम अच्छा खेल रहे हो, लेकिन अब अगर तुम थोड़ी समझदारी से खेलते हो तो तुम अपना 100 बना सकते हो। वह अपने गेम को बैक कर रहे थे लेकिन दुर्भाग्य से वह आउट हो गए।”
रहाणे ने पंत के आउट होने के बाद उनके रिएक्शन के बारे में बताते हुए कहा, “जब वह अंदर आए तो वह निराश और गुस्से में थे और उन्होंने कहा कि पुजारा भाई आए और मुझे याद दिलाया कि मैं 97 पर था। मुझे पता भी नहीं था। अगर उन्होंने कुछ नहीं कहा होता, तो शायद मैं सौ पूरा कर लेता।” टीम इंडिया यह सीरीज 2-1 से जीती थी।