हिमांशु मंत्री (165 और 21) और कुमार कार्तिकेय (3/61 और 5/67) के शानदार प्रदर्शन की मदद से मध्य प्रदेश की टीम 1998-99 के बाद से पहली रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची। टीम ने सेमीफाइनल में बंगाल को 174 रनों से हराया। फाइनल में उनका सामना मुंबई से होगा, जो 41 बार की चैंपियन है। यह मुंबई का कुल मिलाकर 47वां फाइनल है और 2016-17 के बाद टीम पहली बार खिताबी मुकाबला खेलेगी।
मध्य प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 341/10 का स्कोर खड़ा किया। मंत्री 165 और अक्षत रघुवंशी 63 रनों की पारी खेली। बंगाल के लिए मध्यम गति के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (4/66) और ऑलराउंडर शाहबाज अहमद (3/86) ने गेंद से चमक बिखेरी। पहली पारी में बंगाल को 273 रनों पर समेट दिया गया। मनोज तिवारी (102) और शाहबाज अहमद (116) को छोड़कर बल्लेबाजी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
स्पिनर कुमार कार्तिकेय (3/61) और सारांश जैन (3/63) और तेज गेंदबाज पुनीत दाते (3/48) ने शानदार गेंदबाजी की। दूसरी पारी में एमपी ने 68 रन की बढ़त के साथ शुरुआत की। रजत पाटीदार (79) और कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (82) की पारी से टीम ने 281/10 का स्कोर खड़ा किया और बंगाल को 350 रनों का लक्ष्य दिया।
बंगाल की ओर से शाहबाज अहमद (5/79) ने शानदार प्रदर्शन किया। बंगाल के कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन (78) ही कुछ हद तक मध्य प्रदेश के गेंदबाजों का सामना कर पाए। कार्तिकेय (5/67), गौरव यादव (3/19) और सारांश जैन (2/69) की शानदार गेंदबाजी से एमपी को 174 रन से जीत मिली। मंत्री को उनके 165 और 21 रनों की पारी के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
मुंबई ने शनिवार को यहां उत्तर प्रदेश के खिलाफ अपने सेमीफाइनल मैच के अंतिम दिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की औपचारिकता पूरी की। यहां के जस्ट क्रिकेट अकादमी मैदान पर 41 बार की चैंपियन टीम ने इस मुकाबले की पहली गेंद से अपना दबदबा कायम करते हुए उत्तर प्रदेश को कोई मौका नहीं दिया। यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
मुंबई ने अपनी पहली पारी में 393 रन बनाने के बाद उत्तर प्रदेश की पारी को 180 रनों पर समेट कर बड़ी बढ़त हासिल की। शुक्रवार को जब चौथे दिन खेल समाप्त हुआ था तो मुंबई ने यशस्वी जायसवाल (181) और अरमान जाफर (127) के शतकों के दम पर चार विकेट पर 449 रन बनाए थे। इस समय मुंबई की कुल बढ़त 662 रनों की हो गई थी, जिससे मुंबई के फाइनल में पहुंचने पर लगभग मुहर लग गई थी।
शनिवार को मैदान के गीले होने के कारण लंच के सत्र के बाद खेल शुरू हुआ। सरफराज खान (नाबाद 59) और शम्स मुलानी (नाबाद 51) ने उत्तर प्रदेश की कमजोर गेंदबाजी का फायदा उठाना जारी रखा। दोनों बल्लेबाजों के अर्धशतक के पूरा होने के बाद दोनों टीमों के कप्तानों में मैच को ड्रॉ करने पर सहमति जताई।
मुंबई ने दूसरी पारी में चार विकेट पर 533 रन बनाए, जिससे उनकी कुल बढ़त 746 रन की हो गई। सरफराज ने 100 गेंद की अपनी नाबाद पारी में एक चौका और तीन छक्के जड़े जबकि मुलानी ने 89 गेंद की नाबाद पारी में छह चौके लगाए। दोनों पारियों में शतक लगाने वाले जायसवाल मैन ऑफ द मैच चुने गए।