पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के क्रिकेट संचालन प्रमुख राहुल द्रविड़ को बीसीसीआई के आचरण अधिकारी ने उनके खिलाफ लगाये गये हितों के टकराव के आरोपों पर नोटिस जारी किया है। बीसीसीआई के लोकपाल और आचरण अधिकारी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) डीके जैन ने मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता की शिकायत पर नोटिस जारी किया है। गुप्ता की शिकायत के अनुसार द्रविड़ कथित हितों के टकराव के दायरे में आते हैं जो कि एनसीए निदेशक होने के साथ इंडिया सीमेंट ग्रुप के उपाध्यक्ष भी हैं। इंडियन सीमेंट के पास आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स का स्वामित्व है। न्यायमूर्ति जैन ने पीटीआई से कहा, ‘‘हां मैंने शिकायत मिलने के बाद पिछले सप्ताह राहुल द्रविड़ को नोटिस भेजा था। उन्हें हितों के टकराव के आरोपों का जवाब देने के लिये दो सप्ताह का समय दिया गया है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘राहुल के जवाब के आधार पर मैं फैसला करूंगा कि यह मामला आगे बढ़ाना है या नहीं।’’ संभावना है कि द्रविड़ 16 अगस्त को अपना जवाब भेजेंगे और अगर न्यायमूर्ति जैन को लगता है तो फिर उन्हें सुनवाई के लिये उपस्थित होना पड़ सकता है। गुप्ता वही व्यक्ति हैं जिन्होंने सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के खिलाफ क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य होने के साथ साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों से जुड़े होने पर हितों के टकराव की शिकायत दर्ज करायी थी।

बता दें कि राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम में ‘द वॉल’ के नाम से पुकारा जाता था। द्रविड़ ने भारत को कई मैच अपने दम पर जिताने में सफल रहे हैं। द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैचों में 13288 रन बनाए हैं और उनके नाम 36 शतक भी हैं। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैंचों में 10889 रन बनाए हैं। जिसमें 12 शतक भी जड़े हैं। द्रविड़ को टेस्ट का स्पेशलिस्ट माना जाता था जिनकी जगह आज भी भारतीय टीम में कोई दूसरा खिलाड़ी भरने में सफल नहीं हो सका है। (भाषा इनपुट के साथ)