पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Bord) लॉकडाउन के कारण घरों में रह रहे अपने 200 से अधिक खिलाड़ियों का वीडियो लिंक के जरिये फिटनेस टेस्ट लेगा। इस दौरान खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट से भी गुजरना होगा। पीसीबी ने कोविड19 महामारी के दौरान अपने अनुबंधित खिलाड़ियों को शारीरिक तौर पर फिट रखने की कवायद में यह फैसला किया है। EspnCricinfo की रिपोर्ट के अनुसार, फिटनेस टेस्ट 20 और 21 अप्रैल को होगा। कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर के अन्य देशों की तरह पाकिस्तान में भी 15 मार्च से क्रिकेट ठप है। ऐसे में पाकिस्तान अपने खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर उपाय कर रहा है।
पाकिस्तान के कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक और टीम ट्रेनर यासिर मलिक ने सभी खिलाड़ियों को पत्र लिखकर फिटनेस टेस्ट की जानकारी दी है। पत्र में कहा गया है, ”सभी सीमाओं ओर सीमित संसाधनों के बावजूद हमने फिटनेस के लिए नई योजना बनाई। इसमें सभी को समान मौका मिलेगा। आपको काफी पहले सूचित किया गया है, ताकि आप खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार रहें। आपकी सभी ट्रेनिंग टीम ट्रेनर द्वारा वीडियो लिंक के जरिये कराईं जाएंगी।”
पत्र के मुताबिक, ‘अपना फिटनेस स्तर बनाए रखने के लिए आपको अनुशासित रहने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के मुख्य ट्रेनर, जबकि प्रांतीय खिलाड़ी अपने राज्यों के ट्रेनर के सामने फिटनेस टेस्ट देंगे। टेस्ट में एक मिनट में 60 पुश-अप, एक मिनट में 50 सिट-अप, एक मिनट में दस चिन-अप के अलावा लेवल 18 स्तर का यो-यो टेस्ट भी शामिल है।
मिस्बाह मुख्य कोच का पद संभालने के बाद से ही खिलाड़ियों को फिटनेस को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को तला-भुना खाने के लिए भी मना कर दिया था। कायदे आजम ट्रॉफी में खिलाड़ियों के लिए भोजन व्यवस्था देख रही कंपनी के एक सदस्य ने कहा था, खिलाड़ियों को अब बिरयानी और तेल युक्त रेड मीट वाला भोजन या मिठाई नहीं परोसी जाएगी। दरअसल, पाकिस्तानी खिलाड़ियों का वर्ल्ड कप 2019 के दौरान प्रदर्शन शर्मनाक रहा था। दुनिया भर में पाक टीम की घटिया बल्लेबाजी और उनके कप्तान सरफराज अहमद की फिटनेस का मजाक उड़ाया गया था।