भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने टखने की चोट से उबर रहे हैं। इसके कारण वे पिछले साल नवंबर में वनडे वर्ल्ड कप के बाद से क्रिकेट से दूर हैं। उम्मीद है कि वे भारत के घरेलू सत्र में खेलेंगे, जिसकी शुरुआत सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से होगी। चयनकर्ताओं को शमी की रिकवरी की जानकारी दे दी गई है। इस बात पर निर्णय जल्द ही लिया जाएगा कि वह 5 सितंबर से अनंतपुर में शुरू होने वाले दलीप ट्रॉफी के कम से कम एक मैच में खेलेंगे या नहीं, ताकि वे अपनी फिटनेस साबित कर सकें।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार शमी इस समय बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपने रिहैब के अंतिम चरण में हैं। पिछले महीने उन्होंने अपनी सर्जरी के बाद पहली बार गेंदबाजी शुरू की थी। माना जा रहा है कि दर्द से मुक्त होने के बाद उन्होंने धीरे-धीरे अपने गेंदबाजी वर्कलोड को बढ़ाया है। जुलाई में श्रीलंका दौरे के लिए भारत के रवाना होने से पहले मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने पुष्टि की थी कि शमी ने गेंदबाजी शुरू कर दी है और चेन्नई में 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू होने वाला पहला टेस्ट उनकी वापसी का लक्ष्य है।
बंगाल के लिए खेलने की उम्मीद
पिछले महीने कोलकाता में शमी ने भारतीय टीम में वापसी से पहले बंगाल के लिए खेलने की उम्मीद जताई थी। उन्होंने अनौपचारिक रूप से राज्य के खिलाड़ियों के लिए कुछ फिटनेस सेशन में हिस्सा लिया था। अगर शमी घरेलू टेस्ट मैचों (बांग्लादेश के खिलाफ दो और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन) से चूक भी जाते हैं तो उनके पास ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी के लिए पर्याप्त समय है।
ऑस्ट्रेलिया में दो प्रथम श्रेणी मैच
भारतीय टीम दौरे पर 5 नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के समाप्त होने के तुरंत बाद रवाना होगी। बीसीसीआई ने प्रथम श्रेणी सत्र को दो हिस्सों में बांटने करने के निर्णय किया है। अक्टूबर में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत होगी, ताकि मौसम से मैचों को प्रभावित होने से बचाया जा सके।खासकर उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान। इंडिया की ए टीम भी 31 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में दो प्रथम श्रेणी मैच खेलेगी। ऐसे में शमी को जरूरत पड़ने पर भरपूर मौके मिलेंगे।