विवाहेत्तर संबंध, घरेलू हिंसा, पत्नी को जान से मारने की कोशिश, रेप जैसे गंभीर आरोप झेल रहे क्रिकेटर मोहम्मद शमी का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पहले ही सालाना कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर चुका है अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी उनके खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्य सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी के मामले में पहली बार अपनी बात रखी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीएल की विनोद राय की अध्यक्षता वाली प्रशासन समित ने भ्रष्टाचार विरोधी इकाई (एसीयू) को शमी पर लगे आरोपों की जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इस पर सौरव गांगुली ने कहा- ”एंटी करप्शन यूनिट मामले की जांच कर रही है और इस पर रिपोर्ट फाइल करेगी। हम शमी के शामिल होने को लेकर रिपोर्ट का इंतजार करेंगे।” कोलकाता पुलिस शमी के मामले की जांच कर रही है और शमी की पत्नी हसीन जहां ने रिपोर्ट की एक कॉपी विनोद राय को भी भेजी है।
कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने रिपोर्ट की अहमियत पर बात की। उन्होंने कहा- ”जब से एसीयू प्रमुख नीरज कुमार मामले की जांच कर रहे हैं और उसके लिए 7 दिन का समय दिया गया है, कोई भी फैसला तभी किया जाएगा जब वह रिपोर्ट जमा करेंगे। अंतिम फैसला प्रशासन समिति ही लेगी।” दिल्ली डेयर डेविल्स के सीईओ हेमंत दुआ ने शमी के टूर्नामेंट में शामिल किए जाने की और दोषी न ठहराए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने दोहराया- ”हम उम्मीद कर रहे हैं कि शमी को लीग में खेलने दिया जाएगा। हालांकि हमें बीसीसीआई की रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। बीसीसीआई ने हमें आश्वासन दिया है कि रिपोर्ट हफ्ते भर में आ जाएगी।”
बता दें कि मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने उन पर पाकिस्तान की एक लड़की समेत कई लड़कियों से विवाहेत्तर संबंध रखने के आरोप लगाए हैं और यहां तक आरोप लगाए हैं कि शमी ने उन्हें अपने भाई के साथ जिस्मानी संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। कोलकाता पुलिस पांच पन्नों की एफआईआर दर्ज कर शमी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही हैं। उधर दोषी न ठहराए जाने से पहले शमी के मामले में धोनी, कपिल देव और युवराज सिंह उनका समर्थन कर चुके हैं।