कोमल झंझाड को इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय महिला टीम में शामिल किया गया है। तीन मैचों की इस सीरीज के पहले मुकाबले में कोमल को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। हालांकि, बाकी के दौ मैचों के दौरान उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। कोमल झंझाड बाएं हाथ की स्विंग गेंदबाज हैं और पिछले कुछ समय से अपनी गेंदबाजी को लेकर चर्चा में बनी हुईं हैं। कोमल ने अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया है। कोमल के पिता रवींद्र का सपना अपनी बेटी को इंजीनियर बनाना था, लेकिन क्रिकेट के प्रति कोमल की दीवानगी ने उन्हें क्रिकेटर बना दिया। नागपुर में मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए जीएम रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कोमल ने दाखिला जरूर लिया, लेकिन कुछ सालों के दौरान ही उन्होंने इंजीनियरिंग से अपने कदम वापस खींच लिए । इसके बाद कोमल ने विदर्भ की ओर से खेलना शुरू कर दिया। अब 27 साल की उम्र में कोमल को भारत के लिए डेब्यू करने का मौका मिलने जा रहा है।
भारतीय टीम में कोमल झंझाड को अनुभवी मानसी जोशी से आगे मौका दिया गया है। कोमल ने चैलेंजर्स ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया और मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में बोर्ड प्रेसीडेंट इलेवन के लिए बेहतरीन गेंदबाजी की। इस मैच में कोमल ने इंग्लैंड के मुख्य बल्लेबाज तमी ब्यूमोंट, नताली साइवर और सारा टेलर को सस्ते में आउट किया। कोमल ने वानखेड़े स्टेडियम में छह ओवर के अपने पहले स्पैल में नौ रन देकर तीन विकेट चटकाए लेकिन बोर्ड अध्यक्ष एकादश को जीत नहीं दिला सकीं।
मैच के बाद कोमल ने बताया कि वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी करते समय नर्वस थीं, इस दौरान कप्तान स्मृति मंधाना ने उनका हौसला बढ़ाया। वहीं मैच के बाद स्मृति ने भी कोमल की जमकर तारीफ की। स्मृति ने कहा, ‘कोमल शानदार गेंदबाजी करती हैं और वह अपनी लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को परेशान करने में कामयाब रहती हैं। मुझे उम्मीद है कि वह भारत के लिए भी इसी तरह का प्रदर्शन करेंगी।’