The biggest controversies : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार 15 सितंबर से टी-20 सीरीज का आगाज होने जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम की पुरानी सीरीजों पर एक नजर दोहराई जाए तो इन दोनों टीमों के बीच हुई ऐसी कई विवादित घटनाएं आंखों के सामने आ जाती है। साल 1991 में जब भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर गई थी तो पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए दूसरे वनडे मैच के दौरान बड़ा विवाद हो गया था। इस मैच को जीतने के लिए दक्षिण अफ्रीका 147 रन के छोटे से लक्ष्य का पीछा कर रही थी। 9 ओवर में एक विकेट खोकर टीम ने 20 रन बना लिए थे, इस दौरान कपिल देव गेंदबाजी करने आए और नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े पीटर कर्स्टन को मानकड़िंग आउट कर टीम को बड़ी सफलता दिला दी। इस घटना के बाद कपिल देव को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। हालांकि, कपिल देव ने कर्स्टन को दो बार क्रीज छोड़ने पर चेताया था और तीसरी बार में उन्होंने स्टंप आउट कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया।

हैंसी क्रोन्ये ने किया मैच फिक्सिंग: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्‍तान हैंसी क्रोन्ये पर साल 2000 में फिक्सिंग का आरोप लगा था। दिल्ली पुलिस ने फिक्सिंग की बात को सबूत के साथ पेश की और हैंसी क्रोन्ये दोषी पाए गए। जिसके बाद उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। उस दौरान हैंसी क्रोन्ये को लेकर टीम के बल्लेबाज हर्शल गिब्स ने बताया था कि क्रोन्ये ने उन्हें नागपुर में भारत के खिलाफ खेले गए पांचवें वनडे में 20 रन से कम पर आउट होने के लिए 15 हजार डॉलर का ऑफर किया था।

सचिन तेंदुलकर पर बॉल टैंपरिंग का आरोप: साल 2001 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर पर बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा था। पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में रेफरी ने सचिन तेंदुलकर को बॉल टैंपरिंग का जिम्मेदार ठहराया। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, कप्तान सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, शिव सुंदर दास और दीप दासगुप्ता पर एक मैच का बैन लगा दिया गया। हालांकि, बाद में डेनेस के इस आरोप को खारिज कर आईसीसी ने डेनेस को मैच रेफरी से हटाया दिया और इस मैच को दोस्ताना करार दे दिया।

ग्रेग चैपल पर भड़के फैंस: दक्षिण अफ्रीकी टीम साल 2005 में भारत दौरे पर आई थी। इस दौरे पर भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर कर दिया गया था। जिसके बाद सौरव गांगुली के फैंस लगातार कोच ग्रेग चैपल के इस फैसले पर नाराजगी जता रहे थे। लोगों ने चैपल का विरोध करने के लिए हाथ में बैनर लेकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। जिसके बाद चैपल ने फैंस को मिडिल फिंगर दिखाई जो कैमरे में कैद हो गई।

3 दिन में गिरे 32 विकेट: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच साल 2008 में कानपुर में टेस्ट मैच खेला गया। इस मैच को भारत ने तीसरे दिन ही जीतकर सीरीज को बराबर करने में कामयाब रही। कानपुर के पिच पर पहले तीन दिन के खेल में ही 32 विकेट गिर गए, जिसके बाद अफ्रीकी टीम के कोच मिकी ऑर्थर ने इस पिच को दुनिया की सबसे खराब पिच करार दिया।