भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ की मदद के लिए आगे आया है, जो ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। वह लंदन में इसका इलाज करा रहे हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बोर्ड को पूर्व क्रिकेटर को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए तुरंत 1 करोड़ रुपये की राशि जारी करने का निर्देश दिया है।

वित्तीय सहायता के अलावा, शाह ने व्यक्तिगत रूप से गायकवाड़ के परिवार से स्थिति का आकलन करने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए संपर्क किया। बीसीसीआई के शीर्ष परिषद ने इसकी जानकारी दी। बीसीसीआई ने आश्वासन दिया है कि वो गायकवाड़ के उपचार के दौरान उनकी रिकवरी पर बारीकी से नजर रखेगा। इस चुनौतीपूर्ण दौर से उबरने की उनकी क्षमता के बारे में आशावादी है।

कपिल देव ने पूर्व साथी गायकवाड़ को वित्तीय सहायता देने का आग्रह किया

क्रिकेट बोर्ड ने इस कठिन समय में पूर्व खिलाड़ी और उनके परिवार के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है। भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी बीसीसीआई से अपने पूर्व साथी गायकवाड़ को वित्तीय सहायता देने का आग्रह किया। 71 वर्षीय गायकवाड़ स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है।

पूर्व क्रिकेटर्स का ग्रुप मदद के लिए आगे आया

1983 के विश्व कप में भारत को खिताब दिलाने वाले कपिल देव ने कहा कि गायकवाड़ के चिकित्सा खर्च के लिए धन जुटाने के लिए पूर्व क्रिकेटरों का एक समूह एक साथ आया है। इस समूह में मोहिंदर अमरनाथ, सुनील गावस्कर, संदीप पाटिल, दिलीप वेंगसरकर, मदन लाल और रवि शास्त्री जैसे उल्लेखनीय नाम शामिल हैं। ये पूर्व खिलाड़ी अपने साथी क्रिकेटर की जरूरत के समय में मदद करने के लिए धन जुटाने के प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।

अंशुमान गायकवाड़ का करियर

भारत के टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद मिड-डे में संदीप पाटिल के कॉलम से सबसे पहले अंशुमान गायकवाड़ को कैंसर होने का पता चला था। उन्होंने कहा था कि बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष आशीष शेलार से मदद के लिए संपर्क किया था। अंशुमान गायकवाड़ ने 1974 से 1985 के बीच 40 टेस्ट की 70 पारी में 30.07 की औसत से 1985 रन बनाए। इसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं। 15 वनडे की 14 पारी में 20.69 की औसत से 269 रन बनाए। इसमें एक अर्धशतक शामिल है।

अंशुमान गायकवाड़ का कोचिंग करियर

अंशुमान गायकवाड़ दो बार भारतीय टीम के कोच रहे हैं। कोच के तौर पर पहला कार्यकाल 1997 से 99 के बीच रहा। इसके बाद मैच फिक्सिंग की घटना सामने आने पर कपिल देव के इस्तीफे के बाद उन्होंने थोड़े समय के लिए जिम्मेदारी संभाली। इस दौरान टीम इंडिपेंडेंस कप जीती। ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया। आईसीसी नॉकआउट (चैंपियंस ट्रॉफी) के फाइनल में न्यूजीलैंड की टीम से हारी थी।