पाकिस्तान के महान क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने पीसीबी से कहा कि वह आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारत के खिलाफ मैचों खेलने का बहिष्कार करे। 124 टेस्ट मैच खेल चुके मियांदाद तीन बार राष्ट्रीय टीम को कोच रह चुके हैं, उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को राष्ट्रीय हित और गरिमा को ध्यान में रखते हुए भारत के साथ क्रिकेट संबंधों में कड़ा कदम उठाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘यह समय है जब हमें पत्थर का जवाब ईंट से देना चाहिए। अगर वे द्विपक्षीय संबंध रखने के इच्छुक नहीं है तो हमें किसी भी स्तर पर उनके साथ खेलने की कोई जरूरत नहीं है। हमें सभी आईसीसी प्रतियोगिताओं में भी उनके खिलाफ खेलने का बहिष्कार करना चाहिए।’’ मियांदाद ने कहा कि भारत से द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने की गुजारिश करना बेकार था।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जब हम आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारत से नहीं खेलेंगे और आईसीसी को वित्तीय नुकसान होगा क्योंकि उनके टूर्नामेंट की महत्ता और दिलचस्पी कम हो जायेगी तो ही हमारा सम्मान किया जायेगा और हमें किसी भी मंच पर बराबरी से सुना जायेगा। ’’

बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए चैंपियंस ट्रॉफी -2017 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्ता ने भारत को 180 रनों से हराकर पहली बार ये खिताब अपने नाम किया था। उस मुकाबले में टॉस हारकर पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट खोकर 338 रन बनाए थे। विशाल टारगेट का पीछा करते हुए भारत महज 158 रन पर ही सिमट गया था। भारत ने तीसरी ही गेंद पर रोहित शर्मा (0) के रूप में अपना विकेट खोया। वहीं कप्तान कोहली (5) भी कुछ खास नहीं कर सके। भारत अपने विकेट यूं ही लगातार खोते रहा।

हालात ये रहे कि टीम इंडिया की आधी टीम महज 54 रन पर पवेलियन लौट गई। भारत की ओर से सबसे अधिक हार्दिक पांड्या ने 76 रन बनाए। हार्दिक पांड्या के अलावा भारत का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद आमिर और हसन अली ने 3-3 विकेट झटके। उनके अलावा शादाब खान 2, जबकि जुनैद खान 1 सफलता हासिल करने में कामयाब रहे थे।