बंगाल के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए डेब्यू किया। उन्होंने कहा कि भारत के अनुभवी क्रिकेटर और बंगाल टीम के साथी मनोज तिवारी ने उनसे कहा था कि अगर वह विराट कोहली को प्रभावित कर पाते हैं तो वह टीम इंडिया में जगह बना सकते हैं। दाएं हाथ के सीमर को पहली बार आईपीएल 2021 में घायल वाशिंगटन सुंदर की जगह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने रिप्लेसमेंटस के तौर पर चुनाथा।

आकाश दीप को पिछले साल खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन जैसा कि बंगाल के खेल मंत्री ने कहा था उन्होंने कोहली पर अपनी छाप छोड़ दी थी। आरसीबी ने उन्हें 20 लाख के बेस प्राइस पर मेगा ऑक्शन में अपने साथ जोड़ा था। आकाश दीप ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ” मनोज तिवारी भैया ने कहा था कि विराट भारत के कप्तान हैं और यदि आप उन्हें प्रभावित करने में कामयाब होते हैं तो आपको अगले सीजन में आईपीएल में खेलने का मौका मिलेगा और भारत के लिए भी खेल सकते हैं क्योंकि आपमें एक अच्छा तेज गेंदबाज बनने की काबिलियत है। यही मेरा लक्ष्य था और मैं अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहा और बाद में नीलामी में चुना गया।”

रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल के गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व कर रहे आकाश दीप ने पंजाब किंग्स के खिलाफ आईपीएल में पदार्पण किया। उन्हें यह कैप किसी और ने नहीं बल्कि खुद कोहली ने दी थी। आकाश दीप ने कहा कि यह एक सपने के सच होने जैसा है। कोहली से आईपीएल कैप हासिल करने से पहले आकाश दीप के लिए क्रिकेट का सबसे यादगार पल एमएस धोनी का 2011 विश्व कप फाइनल में विजयी छक्का मारते हुए देखना था।”

आकश दीप ने इसे लेकर कहा, ”विश्व कप के उस पल ने मुझमें क्रिकेट खेलने को लेकर दिलचस्पी जगा दी। बचपन में जब हम टीवी पर कोहली और धोनी को देखते थे, तो मैं सोचता था कि क्या मुझे अपने जीवन में कभी उनसे मिलने का मौका मिलेगा। मेरे लिए वे सुपरहीरो की तरह थे। जहां से मैं आया हूं, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा कि किसी दिन मैं कोहली के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करूंगा। ऐसा लगता है कि सब सपना है।”

आकाश दीप ने आगे कहा, “मैं हैरान था कि उन्हें मैं कहां से हूं, मेरा सफर और संघर्ष के बारे में सबकुछ पता है। मुझे कैप देते हुए उन्होंने कहा कि आप यहां होने के हकदार है। बस वही काम करते रहना जो आपने अतीत में किया है। इसका आनंद लें। यह एक बहुत ही भावनात्मक क्षण था।”