‘ये देखो स्विमिंग पूल। एक दम मालदीव जैसा है।’ सलमान खान परिवार को अपने पॉश होटल के वर्चुअल (आभासी) अवलोकन कराते हैं। 22 साल के सलमान का परिवार मुंबई के क्रॉस मैदान में एक छोटे से तंबू में रहता है। सलमान के पिता उस मैदान के ग्राउंड्समैन के रूप में काम करते हैं। सामान्य दिनों में दोपहर में तंबू क्रिकेट टीमों के लिए ड्रेसिंग रूम का काम करता है।
सलमान के पिता इदरीस को छोड़कर, उनके परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं पता था कि मालदीव कहां है और यह क्यों प्रसिद्ध है। लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का नेट गेंदबाज बनने के बाद से सलमान शानदार जीवन जी रहे हैं, भले ही यह अस्थायी ही क्यों न हो।
सलमान खान का कहना है कि घर पर उनकी बातचीत इन दिनों अजीब है। पिता उनसे न केवल नेट्स पर क्या हुआ, बल्कि उस होटल के बारे में भी पूछते हैं, जिसमें वह ठहरे हैं। क्या वह महेंद्र सिंह धोनी से मिले थे और उन्होंने उन्हें क्या बताया। यह सब भी पूछते हैं। नरीमन पॉइंट पर स्थित होटल में ठहरना ज्यादातर मुंबईवासियों के लिए सपना है। चेन्नई सुपर किंग्स में शामिल होने से पहले तक सलमान खान ने भी इसे अंदर से नहीं देखा था।
उनके पिता ने पिच पर बहुत रोलर चलाया है। कई लड़कों को रातों-रात स्टार बनते देखा है। अब परिवार को उम्मीद है कि सलमान परिवार की किस्मत बदल सकते हैं। सलमान खान ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘एक दिन, मुझे चेन्नई सुपर किंग्स के एक अधिकारी का फोन आया। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं इस सीजन के लिए नेट गेंदबाज के रूप में शामिल हो सकता हूं। बाद में, मुझे पता चला कि मेरे नाम की सिफारिश (मुंबई के खिलाड़ी) तुषार देशपांडे ने की थी। मैं उत्साहित था, क्योंकि मुझे सीखने का मौका मिलेगा, नहीं तो मैं सिर्फ क्लब क्रिकेट खेल रहा होता।’
नेट गेंदबाजों को आईपीएल खिलाड़ी बनने में मदद करने में सीएसके अग्रणी रहा है। फ्रैंचाइजी के दो मौजूदा खिलाड़ी- मुकेश चौधरी और प्रशांत सोलंकी, इस साल की मेगा नीलामी में शामिल होने से पहले, पिछले सीजन तक उसके नेट बॉलर थे। सलमान को उम्मीद है कि उनके साथ भी ऐसा ही हो सकता है। बातचीत खत्म करने के लिए उनके पिता के पास हमेशा एक लाइन होती है।
वह बताते हैं, ‘अब्बू फोन करके बोलते हैं अच्छा कर, तेरा अच्छा होगा, तो हमारा भी होगा। अपनी गेंदबाजी से सभी को खुश कर देना।’ अंडर-23 और जूनियर क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने वाले सलमान बताते हैं, ‘मैं सिर्फ इतना कहता हूं कि मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा।’ वानखेड़े स्टेडियम में फ्लड लाइट की रोशनी और खिलाड़ियों को चीयर करने की आवाजें सलमान के घर तक पहुंचती हैं। वह परिजन को धोनी और अन्य खिलाड़ियों के साथ अपनी तस्वीरें भेजते रहते हैं।
सलमान जब एमएस धोनी और सीएसके के कप्तान रविंद्र जडेजा से टकराए तो उनसे अपनी गेंदबाजी के बारे में पूछा। सलमान बताते हैं कि उन्हें धोनी का विश्वास हासिल करने में कुछ समय लगा, लेकिन सीएसके में हर कोई समान है। सलमान ने बताया, ‘मैंने माही भाई और जडेजा से बात की। मैं उनसे सीखना चाहता हूं, ये दो महीने मेरी जिंदगी बदल सकते हैं।’
सलमान ने बताया, ‘मैंने माही भाई से मेरी गेंदबाजी के बारे में पूछा। उन्होंने कहा सलमान ऑफ स्पिनर को टी20 में सब मारने को ही देखते हैं, तो थोड़ा दिमाग से डालने का, ज्यादा सोचने का। उन्होंने कहा कि कुछ मैचों के बाद मुझसे बात करेंगे। फ्रेंचाइजी हर किसी की तरह ही हमारे साथ भी व्यवहार करती है। सभी की तरह ही हमारे साथ भी सलूक होता है। वातावरण शानदार है।’
उधर, क्रॉस मैदान में इदरीस खुश हैं कि उनके बेटे को एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है। ग्राउंड्समैन के रूप में अपने चार दशकों में, उन्होंने सचिन तेंदुलकर को दिग्गज बल्लेबाज और जहीर खान को दिग्गग तेज गेंदबाज बनते देखा है।
उन्होंने कहा, ‘मैं उसके लिए बहुत खुश हूं। मैं एक छोटा आदमी हूं। मैं बस यही चाहता हूं कि वह जीवन में अच्छा करे। एक ग्राउंड्समैन के रूप में 40 वर्षों में, मैंने लोगों को स्टार बनते देखा है, मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा अच्छा क्रिकेट खेले और अपने पांव पर खड़ा हो जाए।’ इदरीस की तरह सलमान खान को भी उम्मीद होगा कि उनके लिए यहां से जीवन बदल जाए।
