प्रयागराज में यश दयाल के घर पर शनिवार (18 मई) को इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024)के महत्वपूर्ण मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) बनाम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) मुकाबले को कोई नहीं देख रहा था। यह आईपीएल की दो सबसे लोकप्रिय टीमों के बीच करो या मरो का मैच था। परिवार को पिछले साल का मैच याद था। 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के रिंकू सिंह ने यश पर लगातार पांच छक्के मारे थे। इसके बाद से 26 साल के यश और उनके परिवार को काफी जिल्लत झेलनी पड़ी। यश ट्रोल्स और मीम बनाने वालों के निशाने पर रहे। हालांकि,
शनिवार को यह सब बदल गया।

बेंगलुरु ने चेन्नई को हराकर और प्लेऑफ में जगह बनाई। चेन्नई को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए अंतिम ओवर में 17 रनों की आवश्यकता थी, लेकिन यश ने केवल 7 रन दिए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को टीम के साथियों से गले मिलने और हाई-फाइव मिला। इसके साथ ही उन्होंने खुद साबित भी कर दिया। उन्होंने दिखा दिया कि आरसीबी ने 5 करोड़ रुपये में खरीदकर पैसे नाले में नहीं बहाए।

धोनी ने पहली गेंद पर छक्का लगाया तो टीवी चलाने पर हुआ पछतावा

पिता चंद्रपाल ने अपने बेटे के शानदार प्रदर्शन को लाइव देखा। वह खेल के अंतिम ओवर से पहले टेलीविजन चालू करने से खुद को रोक नहीं सके। जब महेंद्र सिंह धोनी ने पहली गेंद पर छक्का लगाया तो उनके परिवार वालों को पछतावा होने लगा। मैच के एक दिन बाद द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए चंद्रपाल अब उन तनावपूर्ण क्षणों को हंसते हुए याद कर रहे थे।

धोनी आज भी किसी भी गेंदबाज की बखिया उधेड़ सकते हैं

द इंडियन एक्सप्रेस से फोन बात करते हुए चंद्रपाल ने कहा, ” मैंने अपने बेटे का एक और मैच बर्बाद करने के लिए खुद को दोषी ठहरा रहा था। धोनी आज भी किसी भी गेंदबाज की बखिया उधेड़ सकते हैं। मैं हाथ जोड़ प्रार्थना करने लगा। आज मेरे बच्चे का साथ देना भगवान, फिर से वो नहीं होना चाहिए। पहली गेंद के बाद जिस तरह से उसने धैर्य बनाए रखा, वह अच्छा लगा। मैंने जीत के पल का आनंद लिया।”

यश दयाल ने अनहोनी को होनी करके दिखाया

यश दयाल ने अनहोनी को होनी करके दिखाया। उन्होंने धोनी और रविंद्र जडेजा जैसे फिनिशर्स को मैच फिनिश नहीं करने दिया। इसके बाद उनके पिता ने रिंकू सिंह के पांच छक्के के बाद परिवार की दिक्कतों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ” एर व्हाट्सएप ग्रुप में मेरे परिचित व्यक्ति ने एक मीम शेयर किया, जिसमें पांच छक्के लगाने के लिए यश का मजाक उड़ाया गया था। मुझे अभी भी याद है कि उसने तस्वीर के साथ क्या लिखा था? ‘प्रयागराज एक्सप्रेस की कहानी शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई।”

सभी व्हाट्सएप ग्रुप छोड़े

यश के पिता ने आगे बताया, ” यह कभी नहीं रुका। एक परिवार के रूप में हमने अपने परिवार के एक ग्रुप को छोड़कर सभी व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिए। यहां तक कि जब आरसीबी ने उन्हें नीलामी में 5 करोड़ रुपये में चुना था, तो मुझे याद है कि किसी ने कहा था, ‘पैसे नाले में बहा आए बैंगलोर वाले।’ हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां अगर आप सोशल मीडिया से स्विच ऑफ कर दें तो भी आपको हर तरह की चीजें देखने को मिलेंगी।”

फोन पर ढेरों बधाई के लिए कॉल और संदेश आ रहे हैं

चंद्रपाल ने कहा, ” सभी ने उसे कमजोर आंका। आज मुझे फोन पर ढेरों बधाई के लिए कॉल और संदेश आ रहे हैं। फिर भी कोई भी उसकी कड़ी मेहनत और दबाव से निपटने के तरीके के बारे में बात नहीं कर रहा है। उसने धीमी बाउंसर विकसित की है। अन्य विविधताएं उन्होंने पिछले एक साल में सीखी हैं। उन्होंने चिन्नास्वामी स्टेडियम में शानदार गेंदबाजी की है, जहां एक एज भी छक्के के लिए जाता है। हालांकि, एक साल में हमने एक परिवार के रूप में महसूस किया है कि क्रिकेट वास्तव में एक मजेदार खेल है।”