जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग के तीन मैचों की मेजबानी पर सहमति जताने के बावजूद राजस्थान राज्य खेल परिषद (आरएसएससी) को अब भी इस धनाढ्य टी20 लीग के आयोजक भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की औपचारिक स्वीकृति का इंतजार है। बंबई उच्च न्यायालय के सूखा प्रभावित महाराष्ट्र से 30 अप्रैल के बाद आईपीएल मैचों को हटाने के आदेश के बाद मुंबई इंडियन्स ने अपने तीन घरेलू मैच जयपुर में खेलने का फैसला किया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद निलंबित राजस्थान क्रिकेट संघ ने वैकल्पिक स्थान के रूप में जयपुर के नाम की पेशकश की थी और बाद में राज्य सरकार ने भी बीसीसीआई से संपर्क करके सवाई मानसिंह स्टेडियम में मैचों का आयोजन करने की पेशकश की थी।
बीसीसीआई बाद में मुंबई इंडियन्स की पसंद पर सहमत हो गया था लेकिन उसने राजस्थान सरकार से आरसीए को अलग रखने के लिये कहा क्योंकि वह पूर्व आईपीएल आयुक्त ललित मोदी को शीर्ष संस्था के चेतावनी के बावजूद अध्यक्ष चुनने के कारण निलंबन झेल रहा है।
राजस्थान के खेल मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा, ‘‘राजस्थान राज्य खेल परिषद मैचों की मेजबानी करेगी लेकिन आरसीए के सहयोग के बिना मैचों का आयोजन करना लगभग असंभव है। मैदान के साथ साथ सभी उपकरण और विशेषज्ञता आरसीए के पास है। वे जरूरत पड़ने पर हमारी बिना शर्त मदद करने के लिये तैयार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने तीन मैचों के आयोजन के लिये जोरशोर से तैयारियां शुरू कर दी है। बीसीसीआई ने हमें प्राथमिकता सूची में रखा और सभी सुविधाओं को तैयार रखने के लिये पांच मई की समय सीमा है। हम आरसीए के साथ भी समन्वय कर रहे हैं लेकिन बीसीसीआई से अभी औपचारिक स्वीकृति का इंतजार है।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘गुरुवार (21 अप्रैल) को पांच सदस्यीय समिति घोषित की जाएगी जिसमें सरकार से नामित व्यक्ति, मुंबई इंडियन्स का प्रतिनिधि, बीसीसीआई का प्रतिनिधि और दो अनुभवी क्रिकेट प्रशासक होंगे। ये दोनों प्रशासक आरसीए से जुड़े नहीं होंगे।’’
खींवसर से पूछा गया कि राजस्थान स्वयं पानी के संकट से जूझ रहा है ऐसे में राज्य सरकार ने आईपीएल मैचों की मेजबानी का प्रस्ताव कैसे कर दिया, उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास स्टेडियम पानी के लिये आधुनिक व्यवस्था है और मैदान को साल भर तैयार रखा जाता है।’’
आरसीए को भले ही अलग रखा गया है लेकिन अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि राज्य क्रिकेट संस्था ने पर्दे के पीछे से इस फैसले में भूमिका निभायी। आरसीए के सूत्र ने कहा, ‘‘तेजतर्रार ललित मोदी ने लंदन से इसमें भूमिका निभायी। आरसीए अध्यक्ष ललित मोदी से सहमति लिये बिना राजस्थान सरकार कैसे बीसीसीआई को मैचों की मेजबानी का आश्वासन दे सकती है। हो सकता है कि जयपुर को अपना मैदान बनाने के लिये मुंबई इंडियन्स को भी उन्होंने ही मनाया होगा। खेल मंत्री ने खुलकर कहा है कि आरसीए की मदद के बिना मैचों का आयोजन संभव नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ललित मोदी को आगे करके पूरा काम हुआ। यह भी नहीं भूलना चाहिए कि ललित मोदी के मुख्यमंत्री के साथ अच्छे संबंध हैं। यह आरसीए की बड़ी जीत है जो निलंबन झेल रही है। यह ललित मोदी की जीत है जो आजवीन निलंबन झेल रहे हैं।’’