इंडियन प्रीमियर लीग के लिये दसवें टूर्नामेंट के लिये यहां जब नीलामी शुरू होगी तो सभी आठ फ्रेंचाइजी टीमें उन भारतीय खिलाड़ियों को खरीदने पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगी जिन्होंने अब तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है लेकिन घरेलू स्तर पर उनका रिकार्ड शानदार रहा है। नीलामी में 350 से अधिक खिलाड़ी शामिल हैं जिनमें से अधिक से अधिक 76 को लिया जा सकता है। यह दस साल के चक्र की आखिरी नीलामी होगी जिसके बाद अगले साल के टूर्नामेंट के लिए सभी खिलाड़ी फिर से नीलामी पूल में शामिल होंगे।
एक टीम अपने खिलाड़ियों की संख्या अधिक से अधिक 27 रख सकती है लेकिन अधिकतर फ्रेंचाइजी 22 से 24 खिलाड़ियों की टीम बनाना पसंद करती हैं। खिलाड़ियों का आधार मूल्य दस लाख से दो करोड़ रूपये के बीच है। इनमें से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिये लंबे दांव लगाये जा सकते हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ट विशेषज्ञ इशांत शर्मा अपने आधार मूल्य दो करोड़ रूपये पर फ्रेंचाइजी का ध्यान खींच पाते हैं या नहीं। बड़े आधार मूल्य और छोटे प्रारूप के अनुकूल गेंदबाजी नहीं कर पाने के कारण इशांत पर दांव लगाना आसान नहीं होगा। वह अभी भारतीय टीम के खिलाड़ी हैं और ब्रांड में एक चेहरे के तौर पर उन पर कोई टीम निवेश कर सकती है। लेकिन अब ‘आईपीएल विशेषज्ञ’ के रूप में पहचाने जा रहे इरफान पठान के लिये बोली लगायी जा सकती है। उनका आधार मूल्य 50 लाख रूपये हैं। तेज गेंदबाज वरूण आरोन भी टीमों का आकर्षित कर सकते हैं। उनका आधार मूल्य 30 लाख रूपये है।
भारत के नवोदित खिलाड़ियों में झारखंड के बल्लेबाज विराट सिंह और पृथ्वी शॉ (दोनों का आधार मूल्य दस लाख रूपये) पर अच्छी बोली लगायी जा सकती है। तमिलनाडु के बायें हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन, दिल्ली के कुलवंत खेजरोलिया और केरल के तेज गेंदबाज बासिल थम्पी पर भी फ्रेंचाइजी दांव लगा सकती है। इन तीनों का आधार मूल्य दस लाख रूपये है। खेजरोलिया और नटराजन ने कई फ्रेंचाइजी टीमों के लिये ट्रायल दिया है जबकि थम्पी लगातार 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं और डेथ ओवरों के लिये उपयोगी गेंदबाज हैं।

