राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख संदीप पाटिल ने सोमवार (22 मई) को कहा कि वे और पैनल के उनके साथी आइपीएल मैच स्टेडियम में जाने की जगह टेलीविजन पर देखने को तरजीह देते हैं क्योंकि मैच से दूर रहने पर उन्हें खेल रहे खिलाड़ियों की क्षमता का बेहतर पता चलता है। पाटील ने जिंबाब्वे और वेस्ट इंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा के बाद कहा कि मैं एक चीज स्पष्ट करना चाहता हूं। ऐसा नहीं है कि हम आइपीएल नहीं देखते। हम इसे टीवी पर देखते हैं। समस्या यह है कि अगर आप इसे स्टेडियम में देखते हो तो आपको एक्शन रीप्ले देखने को नहीं मिलते विशेषकर जब आप युवा खिलाड़ी को देख रहे हो तो।

उन्होंने कहा कि अब आइपीएल में हम युवाओं में अधिकांश प्रदर्शन देख रहे हैं और टीवी हमें ज्यादा मौके देता है क्योंकि वे एक नहीं बल्कि 10 से 15 रीप्ले दिखाते हैं और यही कारण है कि हम उसे प्राथमिकता देते हैं। ऐसा नहीं है कि हम स्टेडियम जाने के खिलाफ हैं। पाटील ने कहा कि आइपीएल मैचों से दूर रहने से हमें टीवी पर खिलाड़ी की क्षमता के बेहतर आकलन का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि आगामी दौरों के लिए रणजी सत्र में सर्वाधिक 1321 रन बनाने वाले मुंबई के श्रेयस अय्यर के नाम पर भी चयन पैनल ने विचार किया।

उन्होंने कहा कि हमने श्रेयस ही नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ियों के नाम पर भी चर्चा की। मैं अन्य खिलाड़ियों पर टिप्पणी या उनका नाम नहीं लेना चाहता। हम बीसीसीआइ के घरेलू टूर्नामेंटों के अलावा आइपीएल में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के मौजूदा फार्म और प्रदर्शन पर विचार करते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से दौरे पर 15 या 16 खिलाड़ी ही जा सकते हैं। पाटील ने कहा कि अगर आपको याद हो तो पिछले साल हमने कर्ण शर्मा को चुना था और यह सिर्फ आइपीएल में प्रदर्शन के आधार पर नहीं था। हमने उसे घरेलू क्रिकेट में भी गेंदबाजी करते हुए देखा। इस साल हम अपने गेंदबाजी आक्रमण में विविधता चाहते थे इसलिए युजवेंद्र चाहल को जगह मिली।