करीब दो साल तक टीम इंडिया से बाहर रहे भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अंबाती रायडू ने एक बार फिर वापसी की है। बीते मंगलवार (8 मई, 2018) को बीसीसीआई द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में उन्हें भी शामिल किया गया है। साल 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ पर्दापण करने वाले रायडू ने अभी तक कुल 34 एक दिवसीय मैच खेले हैं। इस दौरान पचास से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। हालांकि वह लगातार रन बनाने में असफल रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक रायडू ने चार से सात नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 23 पारियों में 34.71 की औसत से रन बनाए हैं। इस दौरान वह चार अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे। आमतौर पर इस तरह का प्रदर्शन बुरा नहीं माना जाता लेकिन रायडू के लिए यह औसत से काफी नीचे रहा। बता दें कि राडयू बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी करने में भी सक्षम है, हालांकि उन्होंने महज सात बार ही गेंदबाजी की है। टीम के लिए रायडू की कमजोरी और ताकत यह है कि वह तीसरे पायदान पर जब भी बल्लेबाजी के लिए उतरे हैं उनका औसत 80 से ज्यादा रहा है। इस दौरान उन्होंने महज 11 पारियों में दो शतक के अलावा दो अर्धशतक भी जमाए हैं।

खास बात यह है कि रणजी ट्रॉफी में धमाकेदार पर प्रदर्शन करने वाले वाले रजनीश गुरबानी का प्रमोशन कर उन्हें इंडिया-A स्क्वॉड में चुना गया है। इसके अलावा आईपीएल में अपने गेंदबाजी से सबको चौंकाने वाली 27 वर्षीय तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल को इंग्लैंड के ही खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के लिए चुना गया है। कौल ने गेंदबाजी में सुधार के लिए अमित भट्टारचारजी संग काफी मेहनत की है। भट्टारचारजी एक दशक पहले ओलम्पिक पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के भी मेंटर रह चुके हैं। इस साल आईपीएल में वह कप्तान द्वारा दिए गए टास्क को वो बखूबी निभाते हुए नजर आ रहे हैं। कौल के अलावा संदीप शर्मा और जसप्रीत बुमराह भी टूर्नामेंट में घातक गेंदबाजी कर रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में तिहरा शतक जमाने वाले करुण नायर पर एक फिर चयनकर्ताओं ने भरोसा जताया है। उन्हें चार दिवसीय मैच के लिए इंडिया-A का कप्तान बनाया गया है।