ICC World Cup 2019: पूर्व भारतीय खिलाड़ी हरभजन सिंह ने 2007 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान और भारत के मैच को लेकर कई राज खोले हैं। जोहान्सबर्ग में खेले गए फाइनल मैच को याद कर हरभजन ने कहा है कि अगर मिस्बाह-उल-हक उस मैच में आउट नहीं होते तो उनका भारत लौटना मुश्किल होता जाता।
लंदन में आयोजित टीवी न्यूज चैनल आजतक के कार्यक्रम के दौरान हरभजन से जब शो के होस्ट ने पूछा कि जोहान्सबर्ग में खेले गए मैच को लेकर आपकी क्या-क्या यादें हैं? उस मैच में मिस्बाह ने आपके ओवर में ताबड़तोड़ सिक्स जड़े थे। तो इसपर पू्र्व खिलाड़ी ने कहा कि शुक्र है उस दिन मिस्बाह आउट हो गए थे। मेरे 17वें ओवर में उन्होंने लगातार तीन सिक्स जड़े थे।
उन्होंने कहा ‘उस समय मैंने इंग्लैंड आस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ 17वें और 18वें ओवर में दबाव में गेंदबाजी की थी। मैंने टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से कहा कि मैं ये ओवर करना चाहता हूं। धोनी ने मुझे ओवर डालने के लिए दे दिया। लेकिन मिस्बाह ने उस ओवर में तीन सिक्स जड़ दिए। लेकिन वह आखिरी ओवर में आउट हो गए अगर वह आउट नहीं होते तो मेरा भारत लौटना मुश्किल हो जाता।’
दरअसल भारत के 157 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम के पूरी पारी के दौरान थोड़े-थोड़े समय अंतराल के बाद विकेट गिर रहे थे। लेकिन एक छोर पर मिस्बाह डटे हुए थे। हरभजन 17वें में गेंदबाजी करने आए तो पाकिस्तान का स्कोर 105 था। लेकिन इसके बाद मिस्बाह ने हरभजन के ओवर में तीन सिक्स मारकर स्कोर को 123 रन पर पहुंचा दिया। मिस्बाह आखिरी ओवर तक क्रीज पर टिके रहे। जिसके बाद आखिरी ओवर में गेंदबाजी करने आए जोगिंदर शर्मा ने उन्हें कैच आउट करवा दिया। इस तरह 2007 का टी20 वर्ल्ड कप भारत के नाम हुआ।