आंध्र प्रदेश क्रिकेट टीम छोड़ने के फैसले की घोषणा करने के ठीक पांच महीने बाद हनुमा विहारी ने अपना फैसला बदल दिया है। वह आगामी घरेलू क्रिकेट सत्र में राज्य का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे। उनका हृदय परिवर्तन संभवतः आंध्र प्रदेश सरकार बदलने के कारण हुआ है। अब राज्य में सरकार तेलुगु देशम पार्टी (TDP) की है। 30 वर्षीय पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने राज्य के लिए खेलना जारी रखने के अवसर पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की, जिसने उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सफर में मदद की।

भारत के लिए 16 टेस्ट खेलने वाले विहारी ने क्रिकबज से कहा, ” मैंने आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए भारत के लिए खेला है।इसलिए राज्य क्रिकेट के प्रति मेरी प्रतिबद्धता मजबूत है। मेरे शुरुआती निर्णय के पीछे कई कारण थे, लेकिन मुझे रुकने के लिए मना लिया गया। मैं अपने योगदान के लिए मूल्यवान महसूस करता हूं और आंध्र के लिए खेलना जारी रखने में खुश हूं।”

विवादास्पद तरीके से विहारी को कप्तानी से हटाया गया

आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) के पिछले प्रशासन ने विवादास्पद तरीके से विहारी को कप्तानी से हटा दिया था। वह फिर से कप्तान बन सकते हैं। विहारी ने कहा, “अगर मुझे कप्तानी दी जाती है, तो मैं राज्य का नेतृत्व करने में खुश रहूंगा।” विहारी ने आंध्र के लिए 37 मैच खेले और इस्तीफा देने से पहले सभी में टीम की कप्तानी की। फरवरी में मध्य प्रदेश के खिलाफ आंध्र के क्वार्टर फाइनल मैच के बाद विहारी ने सार्वजनिक रूप से राज्य छोड़ने की घोषणा की थी और इसका मुख्य कारण आंध्र क्रिकेट में राजनीतिक हस्तक्षेप बताया था। उनके अनुसार नेता के बेटे को डांटने से उनकी कप्तानी गई थी।

हनुमा विहारी ने क्या कहा था

हनुमा विहारी ने कहा था, “बंगाल के खिलाफ पहले मैच में मैं कप्तान था, उस मैच के दौरान मैंने 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाया और उसने अपने पिता (जो एक नेता हैं) से शिकायत की।उसके पिता ने बदले में एसोसिएशन से मेरे खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। हालांकि, हमने पिछले साल के फाइनलिस्ट बंगाल के खिलाफ 410 रनों का लक्ष्य हासिल किया था, लेकिन बिना किसी गलती के मुझे कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया।” वह खिलाड़ी वाईएसआर कांग्रेस पार्षद का बेटा था।

पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा, नए एसोसिएशन का होगा गठन

सरकार में बदलाव के बाद आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) के सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। इस मामले पर विचार करने के लिए रविवार को विशेष आम बैठक बुलाई गई है। उम्मीद है कि 4 अगस्त को विजयवाड़ा में होने वाली बैठक में पिछले पदाधिकारियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए जाएंगे और एसोसिएशन के लिए चुनाव होंगे।