श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम सोमवार (22 जुलाई) को रवाना हो गई। यह भारतीय टीम के नए मुख्य कोच के तौर गौतम गंभीर का पहला असाइनमेंट होगा। दौरे पर रवाना होने से पहले गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर प्रेस से मुखातिब हुए। दोनों ने हार्दिक पंड्या को टी20 कप्तान न बनाने से लेकर रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य तक पर जवाब दिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अजीत अगरकर से सवाल हुआ कि क्या हार्दिक पंड्या और केएल राहुल भविष्य में भी कभी कप्तान नहीं होंगे? कुछ ऐसा ही सवाल ऋषभ पंत को लेकर हुआ। उन्होंने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए हार्दिक पंड्या फिट नहीं थे। यह उनके (चयनकर्ताओं) लिए चुनौती की बात थी, लेकिन रोहित शर्मा के होने से काम आसान हो गया। उन्होंने शुभमन गिल को लेकर भी बड़ी बात कही।
पंत,राहुल और पंड्या के लिए दरवाजे बंद नहीं
अगरकर ने कहा कि जहां तक नेतृत्व की भूमिका का सवाल है तो केएल राहुल,ऋषभ पंत और यहां तक कि पंड्या जैसे पूर्व उपकप्तानों के लिए दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। उन्होंने पंत को लेकर कहा, ” सबसे पहले हमें उन्हें वापस खिलाने की जरूरत है। वह एक खिलाड़ी के तौर पर हमारे लिए अहम हैं।उन्होंने बहुत ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। हम देखेंगे कि वह क्या कर सकते हैं? हम किसी ऐसे व्यक्ति पर फिर से बोझ नहीं डालना चाहते, जो खेल से एक साल से अधिक समय के बाद वापस आ रहा है।”
रोहित शर्मा ने काम आसान कर दिया
अगरकर ने केएल राहुल को लेकर कहा, “केएल पिछले कुछ समय से टी20 का हिस्सा नहीं है। हमारे पास बटन रीसेट करने का मौका है। हमारे पास योजना बनाने के लिए थोड़ा और समय है। हम कोशिश करना चाहते हैं और देखना चाहते हैं…सच कहूं तो अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 से पहले जब हार्दिक चोटिल थे,तो हमारे लिए थोड़ी चुनौती थी। उस समय रोहित खेल नहीं रहे थे, लेकिन फिर भी उपलब्ध थे। उन्होंने हमारे लिए काम बहुत आसान बना दिया कि वह आकर खेल सकते थे। हम नहीं चाहते कि आगे फिर से ऐसी स्थिति आए।”
शुभमन गिल अनुभव के साथ-साथ सीनियर खिलाड़ियों से भी सीखेंगे
अगरकर ने कहा कि चयनकर्ता चाहते थे कि उपकप्तान शुभमन गिल अनुभव के साथ-साथ सीनियर खिलाड़ियों से भी सीखें। उन्होंने कहा, “शुभमन एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो हमें लगता है कि तीनों प्रारूपों का खिलाड़ी हैं। पिछले एक साल में उसने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। आप कोशिश करते हैं कि कोई ऐसा खिलाड़ी हो जो सीनियर खिलाड़ियों से भी सीख सके। सूर्या और रोहित अभी भी टीम में हैं तो हमें अचानक वैसी चुनौतियों का सामना न करना पड़े। आप किसी के चोटिल होने या फॉर्म खराब होने पर कप्तान की तलाश न कर रहे हों। उन्होंने कप्तानी के गुण दिखाए हैं। हम कोशिश करना चाहते हैं और उन्हें वह अनुभव दिलाना चाहते हैं, जो वह आगे दिखा सके। जीवन में कोई गारंटी नहीं होती,लेकिन इस समय यही विचार है।”