भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में अपने पुराने अंदाज में नजर आए। उन्होंने इस मैच में 28 गेंदों में 52 रनों की तबड़तोड़ पारी खेली, जिस दौरान उन्होंने 4 चौके और छक्के भी जड़े। हालांकि, इससे पहले वनडे सीरीज के 6 मैचों में धोनी कुछ खास नहीं कर पाए थे। पिछले कुछ समय से महेंद्र सिंह धोनी के फॉर्म पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। कई क्रिकेट दिग्गजों को लगता है कि धोनी की जगह अब भारतीय टीम में किसी युवा विकेटकीपर को मौका दिया जाना चाहिए। आलोचकों का कहना है कि भारतीय टीम में फिनिशर की भूमिका निभाने वाले धोनी अपने काम को सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। इन आलोचकों को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने करारा जवाब दिया है। एक इंटरव्यू के दौरान कपिल देव ने कहा, ”लोग धोनी की काबिलियत को लेकर अक्सर सवाल पूछते हैं। ऐसे लोगों से कुछ जवाब जानना चाहूंगा। धोनी को आखिर टीम से क्यों बाहर रखा जाए? लोग आज भी उम्मीद कर रहे हैं कि धोनी 10 साल पहले की तरह खेलें। ऐसा संभव नहीं है, समय के अनुसार खिलाड़ी का खेलने का तरीका भी बदल जाता है। भले ही वो आज बल्लेबाजी के दौरान संघर्ष करते नजर आ रहे हों, लेकिन वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी जरूरत टीम को हमेशा रहेगी।”

कपिल देव ने कहा, ”लोग शायद भूल रहे हैं कि वर्ल्ड कप 2011 उन्हें इसी कप्तान ने दिलाने का काम किया था। धोनी ने भारतीय टीम की कई समस्याओं को दूर करने का काम किया है। वह अब भी फील्ड पर खिलाड़ियों की हर समय मदद करते नजर आते हैं। खासतौर पर गेंदबाजों को किस बल्लेबाज के खिलाफ किस तरह गेंद का इस्तेमाल करना चाहिए, यह धोनी से बेहतर शायद और कोई नहीं जान सकता।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली भी इस बात के लिए धोनी को श्रेय दे चुके हैं। वहीं, दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर स्पिनर्स ने भी माना था कि वह विकेट लेने में इसलिए कामयाब हो पाए, क्योंकि मैदान पर उनका 50 फीसदी काम धोनी आसान कर देते थे। ऐसे में, धोनी की आलोचना करना सही नहीं है। वर्ल्ड कप 2019 से पहले भी भारत को कई सीरीज खेलना है। टीम को अभी से ज्यादा दूर की नहीं सोचना चाहिए। उसे सीरीज-दर-सीरीज टीम को बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहए।