ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग को लगता है कि भारतीय चयनकर्ताओं ने अजिंक्य रहाणे और ईशांत शर्मा जैसे “उम्रदराज” खिलाड़ियों को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में 1-5 जुलाई के बीच होने वाले स्थगित पांचवें टेस्ट मैच के लिए टीम से बाहर करके सही फैसला किया। बता दें कि भारत इस समय टेस्ट सीरीज में 2-1 से आगे है।

रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम में श्रेयस अय्यर और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे कुछ नए चेहरे को मौका मिला है। हॉग ने कहा कि रहाणे और इशांत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं और भारतीय टीम के लिए युवाओं को मौका देने का समय आ गया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर सवाल का जवाब देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा है कि चयनकर्ताओं ने अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया है। वे बूढ़े हो गए हैं और अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। आपको आगे बढ़ना होगा और युवाओं को टीम में लाना होगा। उन्हें रोटेट करना होगा, ताकि वे उन लोगों के साथ अनुभव प्राप्त करें, जो पहले से ही अनुभवी हैं।”

टीम इंडिया में आराम से ट्रांजिशन होते देखकर हॉग ने कहा कि श्रेयस और प्रसिद्ध जैसे खिलाड़ियों को अपने कौशल और सुधारने का अवसर मिलेगा, जो भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा, “अय्यर कोहली के साथ बल्लेबाजी करने, लंबे फॉर्मेट में मैच खेलना सीखने और एक गेम प्लान विकसित करने में सक्षम होने के लिए कुछ साल बिताएंगे। इसके अलावा कृष्णा को बुमराह और शमी का साथ मिलेगा। इसलिए खिलाड़ियों को रोटेट करने की यह एक अच्छी नीति है।”

भारत पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है और उसे सीरीज जीतने के लिए बस हार से बचने की दरकार है। पांचवां और अंतिम टेस्ट पिछले साल मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना था। हालांकि, मैच को कोविड के डर के कारण स्थगित कर दिया गया था और स्थल को भी बदल दिया गया है।

तब टीम इंडिया की कमान विराट कोहली के हाथों में थी और रवि शास्त्री कोच थे। वहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट थे और क्रिस सिल्वरवुड कोच थे। अब दोनों टीमों के कप्तान और कोच बदल गए हैं। विराट की जगह रोहित कप्तान बन गए हैं और राहुल द्रविड़ कोच हैं। रूट की जगह बेन स्टोक्स के हाथों में इंग्लैंड की टीम की कमान है। कोच ब्रेंडन मैक्कुलम हैं।