भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 38वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। मैदान के साथ-साथ धोनी ग्राउंड से बाहर भी बेहद कूल ही ही रहते हैं। भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज किए हैं। धोनी टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वनडे और टी-20 में धोनी का बल्ला लगातार हल्ला बोल रहा है। इस साल आईपीएल में बी धोनी ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को कई सीरीज में जीत दिलाने का काम किया है। लाइमलाइट से दूर रहने वाले धोनी से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि आखिर जीत के बाद वह छिपे-छिपे से नजर क्यों आते हैं? इसका जवाब देते हुए धोनी ने कहा, ”मैं टीम के साथ ही रहता हूं बस पीछे होने की वजह से अधिकतर मैचों में जीत के बाद मेरी तस्वीर नहीं आ पाती है। अक्सर बल्लेबाजों के अर्धशतक और शतक बनने के दौरान टीम के साथी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम से ताली बजाकर उसका हौसला बढ़ाने का काम करते हैं, लेकिन धोनी ऐसे मौके पर बेहद कम ही दिखते हैं। धोनी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं उनकी खुशी में शामिल नहीं होता बस मेरी एंट्री थोड़ी लेट होती है।

महेंद्र सिंह धोनी।

धोनी के मुताबिक जब किसी बल्लेबाज का 50 या 100 होने वाला होता है तो वह इस वजह से पहले जाकर ड्रेसिंग रूम में खड़े नहीं होते कि अगर खिलाड़ी आउट हो गया तो…धोनी हमेशा खिलाड़ी का शतक पूरा होने के बाद बाहर जाकर तालियां बजाते हैं, लेकिन आगे खिलाड़ियों के होने की वजह से कैमरे में उनका चेहरा नहीं आ पाता। जब धोनी से पूछा गया कि वह सीरीज जीतने के बाद ट्रॉफी दूसरे खिलाड़ी को क्यों दे देते हैं? इस पर धोनी ने कहा, ”ट्रॉफी मैं पकड़ूं या कोई और क्या फर्क पड़ता है।

धोनी के मुताबिक वह बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को ट्रॉफी देना बेहतर समझते हैं। ऐसा करने से खिलाड़ियों के अंदर भविष्य में और बेहतर करने की जिज्ञासा जागेगी। इसके अलावा युवा खिलाड़ियों का भी इससे काफी मनोबल बढ़ता है। धोनी ने बताया कि उनकी कोशिश युवा खिलाड़ियों को मोटिवेट करने की होती है।