सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समीति ने रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर की उस अपील को खारिज कर दिया गया है जिसमें भारतीय महिला क्रिकेटर और पुरुष क्रिकेटरों को एक मैच के लिए साथ खेलने की बात कही गई थी। आरसीबी की अपील के मुताबिक इस मैच में विराट कोहली, हरमनप्रीत कौर और मिताली राज जैसे क्रिकेटर्स को एक साथ खेलना था और यह प्रदर्शनी मैच होता। आरसीबी ने मिक्स जेंडर मैच की योजना बनाई थी जो विश्व कप 2019 के बाद खेला जाना था। बीसीसीआई की अनुमति के पहले ही इस मैच को लेकर आईपीएल के दौरान प्रमोशन किया जा चुका था लेकिन शुक्रवार को सीओए ने यह कहते हुए अपील खारिज कर दी कि अनुबंधित खिलाड़ी प्रदर्शनी मैच नहीं खेल सकते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस को बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया कि आरसीबी ने रॉयल चैलेंज के एक स्पोर्ट ड्रिंक के लॉन्चिंग कैंपने के तहत यह मैच कराने के लिए बीसीसीआई से अनुमति मांगी थी। लेकिन बीसीसीआई ने अनुबंधित खिलाड़ियों को प्रदर्शनी मैच में खेलने को नियमों के खिलाफ बताते हुए इंकार कर दिया। #ChallengeAccepted नाम से यह फ्रेंचाइजी एक कैंपने चलाती है। हालांकि कैंपन के दौरान मैच की तारीख जाहिर नहीं की गई थी।
फ्रेंचाइजी की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में विराट कोहली के एक बयान में कहा गया है कि महिला हो या पुरुष, क्रिकेट एक खेल है और मैं प्रशंसकों से कहना चाहता हूं कि अपने दिमाग में लिंगभेद की सीमओं को तोड़ना चाहिए। खेल में बराबरी, जीवन में भी बराबरी का प्रतिबिंब है। अगर हम बेहतर कल चाहते हैं तो हमें सारे दकियानुसी चीजें छोड़नी होगीं। हरमनप्रीत और मिताली राज की बात भी प्रेस विज्ञप्ति में लिखी गई है। हरमनप्रीत का कहना है कि लोग कहते हैं कि महिलाओं और पुरुषों का क्रिकेट अलग है लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि मुझे 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की गेंद से दर नहीं लगता और ना मैं बाउंड्री लगाते हुए सोचती हूं चाहे मैदान की बाउंड्री कितनी भी बड़ी हो।

