वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ भले ही टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर ली हो लेकिन इस दौरान टीम के प्रदर्शन को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सभी लोग भारत की जीत के बावजूद अफगानिस्तान टीम के खेल की तारीफ कर रहे है। इसके अलावा अफगानी टीम के स्पिनरों ने जिस तरह से भारतीय बल्लेबाजों को पूरे मैच के दौरान बांधकर रखा उसकी काफी चर्चा हो रही है।
मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव के बीच स्लो पार्टनरशिप फैंस के साथ ही पूर्व क्रिकेटरों के निशाने पर है। दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी धोनी-जाधव की स्लो पार्टनरशिप पर सवाल खड़े किए हैं। सचिन ने मैच के बाद कहा कि भारतीय मिडिल ऑर्डर ने अफगानिस्तान के खिलाफ साउथेंप्टन में जिस तरह से बैटिंग की वह उससे खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि बीच के ओवरों में भारतीय बैट्समैनों में मंशा की कमी दिखाई दी।
इंडिया टुडे से बातचीत में तेंदुलकर ने एमएस धोनी और केदार जाधव के बीच हुई पार्टनरशिप का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों ने जिस तरह से अफगानिस्तान के स्पिनर्स के खिलाफ जो अप्रोच दिखाई वो बहुत धीमी थी। उन्होंने कहा, ‘मैं थोड़ा निराश हूं, इससे बेहतर हो सकता था। मैं धोनी और केदार की पार्टनरशिप से भी खुश नहीं हूं। यह बहुत स्लो पार्टनरशिप थी। हमने 34 ओवर स्पिन बॉलिंग खेली और महज 119 रन बनाए।’
तेंदुलकर ने कहा कि यह वह एरिया है जहां हम सहज नहीं दिखे। वहां कोई सकारात्मक मंशा दिखाई ही नहीं दी। उन्होंने कहा कि विराट कोहली के आउट होने के बाद 38 से लेकर 45वें ओवर तक हर ओवर में 2-3 से अधिक खाली गेंदें थीं। इन ओवरों में हम अधिक रन नहीं बना सके। अभी तक मिडिल ऑर्डर के बैट्समैन को इतना मौका नहीं मिला था और इससे उनपर दबाव आ गया। लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाज मंशा दे दिखा ही सकते थे।
धोनी और केदार जाधव के बीच 84 गेंदों पर 57 रन की पार्टनरशिप हुई। इसमें धोनी ने 36 गेंदों पर 24 रन बनाए जबकि जाधव ने 48 गेंदों पर 31 रन बनाए। गेंदबाजों की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत भारत ने यह मैच आखिरकार 5 रनों से जीत लिया। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पारी के अंतिम ओवर में अपनी हैट-ट्रिक पूरी की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 224 रन बनाए थे।