Asia Cup 2022 : सीपी रिजवान का क्रिकेट करियर आगे नहीं बढ़ा तो केरल के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने राज्य के अन्य लोगों की तरह शारजाह में नौकरी पाने के बाद खाड़ी चले गए। आठ साल बाद 34 साल के रिजवान ने बड़ी उपलब्धि हासिल की। अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार को एशिया कप क्वालीफायर के लिए रिजवान को कप्तान बनाया। यदि यूएई क्वालीफायर जीत जाता है, तो वे भारत और पाकिस्तान के ग्रुप में होगा।

रिजवान ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “यदि हम क्वालीफाई करते हैं और भारत के खिलाफ खेलते हैं तो यह पल काफी खास होगा। लेकिन हम एक समय में सिर्फ एक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।” संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, हांगकांग और सिंगापुर ग्रुप चरण में खाली एक स्थान के लिए लड़ेंगे।

रणजी ट्रॉफी में अपने राज्य के लिए खेल नहीं पाने से लेकर राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करने तक, रिजवान की कहानी काफी दिल्चस्प है। लेग स्पिनर से बल्लेबाज बने रिजवान थालास्सेरी के रहने वाले हैं, जो एक क्रिकेट ब्रिटिश राज से ही क्रिकेट के लिए जाना जाता है। रिजवान ने अंडर -19 कूच बिहार ट्रॉफी में केरल का प्रतिनिधित्व किया और अंडर -23 टीम का हिस्सा थे। उन्होंने केरल टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका का भी दौरा किया। इस टीम में संजू सैमसन भी शामिल थे।

भारत में रिजवान का क्रिकेट करियर आगे नहीं बढ़ सका क्योंकि उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के लिए खेल से ब्रेक ले लिया। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वापसी करने की कोशिश की, लेकिन सीनियर लेवल पर अपनी सफलता को दोहरा नहीं सके। उनका नाम रणजी ट्रॉफी टीम में आया, लेकिन वह बेंच पर बैठे रह गए।

नौकरी के लिए संयुक्त अरब अमीरात में प्रवास ने भी उनके क्रिकेट करियर को मदद मिली। उनका अंतरराष्ट्रीय करियर अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। रिजवान ने रविवार को कुवैत के खिलाफ टीम की अगुआई की। पिछले साल, उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक (109) जड़ा था, जब टीम पर 51 रन पर 3 विकेट गंवाकर दबाव में थी। रिजवान और मुहम्मद उस्मान ने चौथे विकेट के लिए 184 रन जोड़े। यूएई ने 270 रनों के लक्ष्य को छह विकेट और एक ओवर शेष रहते हासिल कर लिया।

रिजवान ने कहा “मैं संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करने को लेकर खुश हूं और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। हम टी20 टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारे खिलाड़ी यहां घरेलू सर्किट में भी काफी टी20 मैच खेलते हैं। हमें अपने कौशल का प्रदर्शन करना होगा।” भारत के पूर्व ऑलराउंडर रॉबिन सिंह के तौर पर संयुक्त अरब अमीरात के पास एक अनुभवी कोच है।

यूएई के लिए 29 एकदिवसीय और सात टी 20 आई खेल चुके रिजवान ने कहा, “हम कोच रॉबिन सिंह की निगरानी में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वह काफी मेहनत करते हैं और इससे खिलाड़ियों ने भी सीख ली है। हम अच्छी तरह से प्रशिक्षण ले रहे हैं और उम्मीद है कि सब कुछ ठीक होगा।”

कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेकनलॉजी से ग्रेजुएट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को डाक विभाग में नौकरी मिलने पर घर लौटने का अवसर मिला, लेकिन उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। योगी ग्रुप, बुखारी इलेवन और इंटरफेस जैसी टीमों के लिए यूएई में घरेलू मैचों में उनके प्रदर्शन ने अंततः यूएई की राष्ट्रीय टीम के लिए दरवाजे खोल दिए।

चार साल तक यूएई में रहने की शर्त को पूरा करने के बाद, रिजवान ने जनवरी 2019 में नेपाल के खिलाफ एकदिवसीय मैच में पदार्पण किया। रिजवान ने कहा, “हां, यह कहा जा सकता है कि मेरा (यूएई में रहने का) फैसला सही साबित हुआ है। मैं कोच, दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों और इस सफर में मेरी मदद करने वालों को धन्यवाद कहना चाहता हूं।”